तहव्वुर से सच उगलवाने में जुटा एनआईए, दाऊद और ‘डी कंपनी’ से संभावित संबंधों की भी जांच

हमले की साजिश में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए राणा और हेडली के बीच कॉल की रिकॉर्डिंग खंगाली जा रही
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नयी दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुंबई आतंकी हमलों के अभियुक्त पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर हुसैन राणा से लगातार तीसरे दिन रविवार को पूछताछ में हमलों की साजिश में उसकी भूमिका के साथ-साथ अब उन लोगों की कड़ी भी जोड़ने की कोशिश रही जो इस हमले की साजिश में पर्दे के पीछे से शामिल थे। एनआईए अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके नेटवर्क ‘डी कंपनी’ से राणा के संभावित संबंधों की भी गहन जांच कर रहा है। इसके अलावा राणा से उन लोगों के बारे में भी पूछताछ की गयी, जिनसे उसने मुलाकात की थी।

आईएसआई और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े तार!

सूत्रों ने बताया कि राणा और डेविड हेडली के बीच दर्जनों कॉल की रिकॉर्डिंग खंगाली जा रही है ताकि हमले की योजना और इसमें शामिल अन्य लोगों का पता लगाया जा सके। सूत्रों के अनुसार एनआईए को एक अहम सुराग उस दुबई स्थित व्यक्ति का मिला है जिससे राणा की मुलाकात डेविड हेडली के कहने पर हुई थी। माना जा रहा है कि इस शख्स को हमले की साजिश की जानकारी थी। एनआईए इस बात की भी जांच कर रहा है कि राणा का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से कोई प्रत्यक्ष या परोक्ष संबंध था या नहीं। जांचकर्ताओं का मानना है कि मुंबई हमलों की साजिश 2005 के आसपास ही शुरू हो चुकी थी।

आवाज के नमूनों की जांच

जांच में सहयोग के लिए राणा की आवाज के नये नमून (वॉइस सैंपल) लिये गये हैं, जिन्हें उन कॉल्स से मिलान के लिए भेजा गया है जो हमले के तुरंत बाद किये गये थे। एनआईए को शक है कि हमलों से पहले राणा भारत के कई हिस्सों में आया था, जहां उसने संभवतः साजिश में अहम भूमिका निभायी।

राणा ने मांगे पेपर, पेन, कुरान

राणा को दिल्ली के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित एनआईए के मुख्यालय में कड़ी सुरक्षा वाले सेल में रखा गया है। एक अधिकारी ने बताया कि राणा को किसी भी अन्य गिरफ्तार व्यक्ति की तरह माना जा रहा है, कोई विशेष व्यवहार नहीं किया जा रहा है। राणा ने कुरान की एक कॉपी मांगी थी, जो उसे दे दी गयी है। वह एजेंसी के मुख्यालय स्थित अपनी सेल में दिन में 5 बार नमाज पढ़ते हुए देखा गया है। कुरान के अलावा राणा ने पेन और पेपर भी मांगा था, जो उसे दे दिया गया है हालांकि उस पर कड़ी नजर रखी जा रही है ताकि वह पेन का इस्तेमाल खुद को नुकसान पहुंचाने के लिए न करे।

वकील से मिलने की अनुमति

न्यायालय के आदेश के अनुसार राणा को हर दूसरे दिन दिल्ली कानूनी सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) की ओर से दिये गये वकील से मिलने की अनुमति है। उसका हर 48 घंटे में मेडिकल चेकअप भी किया जा रहा है। एक अन्य अधिकारी ने पुष्टि की कि अन्य गिरफ्तार व्यक्तियों की तरह सभी प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है। अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद दिल्ली की एक अदालत ने राणा को जांच एजेंसी को 18 दिन की हिरासत में सौंप दिया था।

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