नयी दिल्ली : भारतीय नौसेना को अगले साल अपनी पहली महिला फाइटर पायलट मिल जायेगी, इसके साथ ही नौसैनिक विमानन में महिलाओं के लिए एक नया रास्ता और खुल गया है। नौसेना की सब-लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया ने पायलट बनने की अपनी फेज-टू की ट्रेनिंग पूरी कर ली है और अब वे लड़ाकू विमान के लिए चयनित हो गयी हैं।
अब एक साल का विशेष प्रशिक्षण
फाइटर पायलट बनने के लिए अब उनका एक साल का विशेष प्रशिक्षण होगा जिसके बाद वे नौसैनिक विमानन में फाइटर पायलट बन जायेंगी। सब-लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया उत्तर प्रदेश के मेरठ की रहने वाली हैं।
आस्था को विंग्स ऑफ गोल्ड मिले
नौसेना में आने के बाद नौसैनिक विमानन के लिए उड़ान का आधारिक प्रशिक्षण वायुसेना अकादमी में होती है। उसके बाद उनकी स्ट्रीम बेस्ड ट्रेनिंग होती है। जैसे फाइटर पायलट, हेलिकॉप्टर पायलट या ट्रांसपोर्ट पायलट। नौसेना के ‘आईएनएस डेगा’, विशाखापट्टनम में दूसरा बेसिक हॉक कनवर्जन कोर्स पूरा हुआ है, जिसमें सब-लेफ्टिनेंट आस्था को विंग्स ऑफ गोल्ड मिले। नौसेना में पहले से ही हेलिकॉप्टर में और समुद्री टोही (एमआर) विमान में महिलाएं पायलट और नेवल एअर ऑपरेशंस ऑफिसर के तौर पर हैं।
नौसेना को मिलेंगे 26 रफेल-एम जेट
अभी नौसेना के पास विमान वाहक से संचािलत करने के लिए 49 मिग-29के फाइटर विमान हैं। दो महीने पहले की भारत और फ्रांस की सरकारों ने भारतीय नौसेना के लिए 26 रफेल-एम फाइट जेट की डील साइन की। इसमें 22 सिंगल-सीटर और 4 ट्विन-सीटर विमान हैं।
आस्था ने पिता का सपना सच किया
आस्था ने पिता का सपना सच कियाआस्था पूनिया यूपी के बागपत जिले की रहने वाली है. आस्था की उपलब्धि से उनके पैतृक गांव बागपत के हिसावदा में खुशी का माहौल है। आस्था के पिता अरुण पूनिया मेरठ के सरधना स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में गणित के शिक्षक है। मीडिया से बात करते हुए अरुण पूनिया ने बताया कि आस्था का बचपन से पायलट बनने का सपना था, जिसे उसने सच कर दिया।