
कोलकाता: बिना पूर्व सूचना के डैम से जल छोड़ने को लेकर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने एक बार फिर दामोदर वैली कॉरपोरेशन (डीवीसी) को कड़ी चेतावनी दी है। सूत्रों के अनुसार, शनिवार को तड़के डीवीसी ने दुर्गापुर बैराज से लगभग 71,000 क्यूसेक पानी छोड़ दिया। इसलिए, राज्य ने बाढ़ का आरेंज अलर्ट जारी किया है। नवान्न सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार का आरोप है कि इस जल छोड़ने की जानकारी राज्य को करीब चार घंटे बाद दी गई, जिससे दक्षिण बंगाल के कई जिलों में बाढ़ जैसी गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई।
दक्षिण बंगाल के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गयी है
सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार को भी डीवीसी ने मैथन और पंचेत डैम से 55,000 क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा था। लगातार दो दिन भारी मात्रा में पानी छोड़ने से प्रभावित इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार बारिश और डीवीसी के पानी छोड़ने से दक्षिण बंगाल के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गयी है। पश्चिमी मिदनापुर में गढ़बेता-घाटाल, हुगली में आरामबाग-गोघाट और हावड़ा और बांकुड़ा के कुछ हिस्सों में भी बाढ़ की स्थिति पैदा हो गयी है। पता चला है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ख़ुद इस स्थिति से बेहद नाराज़ हैं। उन्होंने मुख्य सचिव डॉ. मनोज पंत को तुरंत डीवीसी चेयरमैन एस. सुरेश कुमार से संपर्क करने का निर्देश दिया। राज्य सरकार का कहना है कि इससे पहले नवान्न में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में राज्य सरकार और डीवीसी के बीच एक आपसी सहमति बनी थी कि 50,000 क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ने से पहले कम से कम छह घंटे पूर्व सूचना देना अनिवार्य होगा। इस बैठक में बाढ़ प्रबंधन को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश भी तय किए गए थे।
डीवीसी का दावा, उन्होंने तय समय के भीतर राज्य को सूचित किया था
सूत्रों के अनुसार मुख्य सचिव डॉ. पंत ने डीवीसी प्रमुख को उसी बैठक की सहमति की याद दिलाते हुए स्पष्ट कहा कि तय मानकों का पालन अनिवार्य है। राज्य सरकार का आरोप है कि डीवीसी ने जानबूझकर नियमों का उल्लंघन किया और इस लापरवाही से हजारों लोगों के जान-माल को खतरा पैदा हुआ है। हालांकि डीवीसी का दावा है कि उन्होंने तय समय के भीतर राज्य को सूचित किया था, लेकिन राज्य सरकार ने इसे 'गंभीर लापरवाही' करार देते हुए चेतावनी दी है कि भविष्य में ऐसी कोई भी 'दुर्भावनापूर्ण चूक' बर्दाश्त नहीं की जाएगी, क्योंकि यह लाखों लोगों की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है। बताया जा रहा है कि झारखंड से सटे बिहार के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इस कारण झारखंड में बारिश इतनी हो रही है कि डीवीसी ने अधिक पानी छोड़ना शुरू कर दिया है। घटना के मद्देनजर नवान्न पूरे हालात पर नजर रख रहा है।