विश्व इज्तिमा में श्रद्धालुओं के लिए चलेंगी स्पेशल ट्रेनें, परिवहन विभाग ने की थी अपील

कई स्टेशनों पर होगा अतिरिक्त ठहराव
Special trains will run for devotees attending the biswa Ijtema; the transport department had made the request.
सांकेतिक फोटो REP
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निधि, सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : हुगली जिले के पुइनान में आयोजित होने वाले 'विश्व इज्तिमा-2026' में शामिल होने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पूर्वी रेलवे के हावड़ा डिवीजन ने कमर कस ली है। राज्य परिवहन विभाग और हुगली जिला प्रशासन की अपील पर संज्ञान लेते हुए रेलवे ने विशेष ट्रेनें चलाने और कई महत्वपूर्ण ट्रेनों के ठहराव (Stoppage) में विस्तार करने का निर्णय लिया है। यह कदम भारी भीड़ के प्रबंधन और नियमित यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। परिवहन विभाग की अपील पर रेलवे द्वारा यह विशेष व्यवस्था की जा रही हैं।

स्पेशल ट्रेनों का परिचालन

रेलवे द्वारा जारी आधिकारिक सूचना के अनुसार, यात्रियों के दबाव को कम करने के लिए अतिरिक्त ईएमयू (EMU) स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी, इस क्रम में हावड़ा से बर्द्धमान के लिए 31 दिसंबर 2025, 1 जनवरी 2026 और 5 जनवरी 2026 को दोपहर 12:00 बजे हावड़ा से एक स्पेशल ट्रेन रवाना होगी। वहीं बर्द्धमान से हावड़ा के लिए 1 जनवरी और 6 जनवरी 2026 को दोपहर 14:45 बजे बर्द्धमान से विशेष ट्रेन चलेगी, जो शाम 18:30 बजे हावड़ा पहुंचेगी। ये ट्रेनें इस खंड में पहले से चल रही 27 जोड़ी उपनगरीय ट्रेनों के अतिरिक्त होंगी।

इन स्टेशनों पर रुकेंगी 'गैलोपिंग' ट्रेनें

भीड़ के सुचारू आवागमन के लिए रेलवे ने कई 'फास्ट' या गैलोपिंग ट्रेनों को अस्थायी रूप से छोटे स्टेशनों पर रोकने का निर्णय लिया है। 31 दिसंबर 2025 से 5 जनवरी 2026 तक बेलमुरी, पोराबाजार, धनीखाली हॉल्ट और शिवइचांडी स्टेशनों पर निम्नलिखित ट्रेनों का ठहराव होगा अप दिशा (बर्द्धमान की ओर): ट्रेन संख्या 36813, 36071, 36081, 36825, 68121, 36835 और 36851 व डाउन दिशा (हावड़ा की ओर): ट्रेन संख्या 36812, 36818, 36072, 36830, 68122 और 36088।

कोहरे और सुरक्षा की चुनौतियां

हावड़ा डिवीजन ने स्पष्ट किया है कि हावड़ा-बर्द्धमान कॉर्ड लाइन एक उच्च घनत्व वाला कॉरिडोर है। वर्तमान में सर्दियों के कोहरे के कारण ट्रेनों की समयबद्धता पर असर पड़ रहा है, जिसे देखते हुए सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। स्टेशन परिसरों में भीड़ नियंत्रण के लिए आरपीएफ (RPF), जीआरपी और जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करेगी ताकि प्लेटफार्मों पर क्षमता से अधिक भीड़ न हो और यात्री कतारबद्ध होकर ट्रेनों में चढ़ें। वहीं रेलवे ने राज्य सरकार को सुझाव दिया है कि रेलवे स्टेशनों पर दबाव कम करने के लिए बस और अन्य सड़क परिवहन के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। साथ ही, श्रद्धालुओं को हावड़ा और बर्द्धमान जैसे बड़े स्टेशनों की ओर रूट करने की सलाह दी गई है ताकि छोटे स्टेशनों पर अव्यवस्था न फैले।

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