नदिया के तेहट्ट में बेटे का खौफनाक कदम: सो रही माँ पर कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला

नए ऑटो को फूंका, देर रात किया आत्मसमर्पण
Son's horrific act in Tehatta, Nadia: Deadly axe attack on sleeping mother
सांकेतिक फोटो User
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सन्मार्ग संवाददाता

नदिया : नदिया जिले के तेहट्ट थाना अंतर्गत बेताई दक्षिण जीतपुर से एक अत्यंत विचलित करने वाली और चौंकाने वाली वारदात सामने आई है। बुधवार की देर रात, मानसिक अवसाद से ग्रस्त एक बेटे ने कथित तौर पर अपनी सोती हुई माँ पर कुल्हाड़ी से कई वार किए, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। इस भयावह कृत्य को अंजाम देने के बाद, आरोपी ने अपने नए खरीदे गए ऑटो रिक्शा में आग लगा दी और मौके से फरार हो गया, जिसने इलाके में सनसनी फैला दी है।

वारदात और घायल मां की हालत

पुलिस सूत्रों के अनुसार, घटना बुधवार की देर रात करीब 2 बजे की है। आरोपी बेटे का नाम फेला दास है, जबकि घायल वृद्धा का नाम अर्चना दास है। फेला दास ने अपनी सोती हुई माँ पर अंधाधुंध (एलोपैथी) कुल्हाड़ी से वार किए, जिससे वह खून से लथपथ हो गईं।

वारदात के तुरंत बाद, चीख-पुकार और ऑटो में लगी आग की लपटें देखकर पड़ोसी तुरंत मौके पर दौड़े। उन्होंने वृद्धा अर्चना दास को लहूलुहान हालत में पाया और तत्काल उन्हें तेहट्ट अस्पताल पहुंचाया। हालाँकि, उनकी हालत की गंभीरता को देखते हुए उन्हें तुरंत शक्तिनगर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहाँ उनकी स्थिति गंभीर और चिंताजनक बनी हुई है और उनका इलाज चल रहा है।

आत्मसमर्पण और अवसाद की वजह

स्थानीय सूत्रों और पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी फेला दास मानसिक समस्याओं से जूझ रहा था। वह घर में अक्सर झगड़े करता था। हाल ही में उसने एक ऑटो रिक्शा खरीदा था, लेकिन किराया (भाड़ा) ठीक से न मिलने के कारण वह गहरे मानसिक अवसाद में था।

पुलिस का मानना है कि काम को लेकर हुए निराशाजनक माहौल और इसी विषय पर माँ के साथ हुए झगड़े के कारण फेला दास ने आवेश में आकर यह क्रूर कदम उठाया।

सबसे नाटकीय मोड़ तब आया जब वारदात के कुछ ही घंटों बाद, आरोपी फेला दास ने अपनी कुल्हाड़ी के साथ पास के एक ट्रैफिक गार्ड ऑफिस में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया है। इस घटना ने पूरे बेताई दक्षिण जीतपुर इलाके को स्तब्ध कर दिया है और पुलिस मामले की गहन जाँच में जुटी हुई है।

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