

नयी दिल्ली : भाजपा ने ‘नेशनल हेराल्ड मामले’ में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई के लिए ‘राजनीति’ को कारण बताए जाने को लेकर कांग्रेस की शुक्रवार को तीखी आलोचना की और भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे कांग्रेस नेताओं को चुनौती दी कि वे मामलों के त्वरित एवं समयबद्ध निपटारे के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएं।
सत्तारूढ़ भाजपा ने ‘गांधी परिवार’ के खिलाफ ईडी के आरोप पत्र दाखिल करने के बाद विपक्षी पार्टी को घेरा है। उसने कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों पर जनता के पैसे को ऐसे साप्ताहिक समाचार पत्र में विज्ञापन के रूप में खर्च करने का आरोप लगाया, जिसे बहुत कम लोग पढ़ते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने समाचार पत्र को अपने ‘एटीएम’ के रूप में इस्तेमाल किया है। जब भी हम नेशनल हेराल्ड के बारे में बात करते हैं, तो यह कांग्रेस पार्टी के पूरे सिस्टम में सनसनी पैदा कर देता है।
यह स्पष्ट है कि वे घबराए हुए हैं, क्योंकि वे एक बार फिर रंगे हाथों चोरी करते पकड़े गए हैं। अगर आप कांग्रेस के इतिहास को देखें तो आजादी के बाद से कई घोटाले सामने आए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी परिवार ने अपनी जेब से एक भी पैसा निवेश किए बिना नेशनल हेराल्ड की 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति हासिल करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि सोनिया और राहुल के पास ‘यंग इंडियन’ कंपनी की 76 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसे कांग्रेस ने 50 लाख रुपये का ऋण दिया था। उन्होंने कहा कि इसके बाद कंपनी ने कांग्रेस पार्टी को देय 90 करोड़ रुपये के बदले ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ का अधिग्रहण कर लिया। ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ कंपनी कांग्रेस से संबद्ध समाचार पत्र की मालिक है।
ठाकुर ने पूछा कि क्या कोई राजनीतिक पार्टी ऋण दे सकती है? ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के सत्ता में आने से पहले ही लोअर कोर्ट ने मामले का संज्ञान ले लिया था और गांधी परिवार ने अपने खिलाफ कार्रवाई को रद्द कराने के लिए कई बार कोर्ट का रुख किया। उन्होंने कहा कि अदालतों ने उन्हें जमानत के अलावा कोई राहत नहीं दी। ठाकुर ने कहा कि न्यायपालिका ने ईडी की जांच में हस्तक्षेप नहीं किया। उनकी टिप्पणी ईडी द्वारा 9 अप्रैल को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष, विपक्ष के नेता और अन्य के खिलाफ 5,000 करोड़ रुपये की कथित आपराधिक आय के संबंध में अभियोजन शिकायत (चार्जशीट) दायर करने के कुछ दिनों बाद आई है।
आरोप-पत्र के आधार पर आपराधिक आरोप तय करने और मामले की सुनवाई शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि, कांग्रेस ने इस मामले को राजनीति से प्रेरित बताकर खारिज कर दिया है। कांग्रेस नेताओं ने इसे ‘ईडी का स्पष्ट दुरुपयोग’ और सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा ‘प्रतिशोध की राजनीति’ का उदाहरण बताया है। इस बीच कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस कदम की निंदा करते हुए 24, अकबर रोड स्थित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। जबकि, अनुराग ठाकुर ने ईडी की कार्रवाई के राजनीति से प्रेरित होने संबंधी आरोप के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेताओं को चुनौती दी कि वे अपने खिलाफ इन मामलों में त्वरित और समयबद्ध सुनवाई के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएं। उन्होंने कहा,‘अगर उनमें हिम्मत है तो उन्हें ऐसा करना चाहिए।’
ऐसा समाचार पत्र जिसे कोई नहीं पढ़ता
अनुराग ठाकुर ने नेशनल हेराल्ड अखबार का भी मजाक उड़ाया और आरोप लगाया कि नेशनल हेराल्ड एक ऐसा साप्ताहिक समाचार पत्र है, जिसे कोई नहीं पढ़ता। यह कभी नहीं छपता। अखबार वैसे तो कागज पर छपता है, लेकिन कुछ कागजी अखबार होते हैं...ये उनमें से एक है। मैंने नेशनल हेराल्ड के किसी भी रिपोर्टर को नहीं देखा, जो एक साप्ताहिक समाचार पत्र है, लेकिन एक दैनिक समाचार पत्र से अधिक धन प्राप्त करता है। इस अखबार को विभिन्न राज्यों में सब्सिडी पर चलाने के लिए संपत्ति दी गयी। यह कांग्रेस का भ्रष्टाचार का मॉडल है। ठाकुर ने कहा कि ‘भ्रष्टाचार के कांग्रेस मॉडल’ में चोर बहुत शोर मचाते हैं।ठाकुर ने अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश का जिक्र करते हुए वहां सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी पर अपने 10 प्रमुख वादों में से किसी को भी पूरा नहीं करने और नेशनल हेराल्ड में विज्ञापन पर करोड़ों रुपये खर्च करने का आरोप लगाया। उन्होंने पूछा, ‘क्या हिमाचल में कोई कांग्रेस नेता या सदस्य इसे पढ़ता है?’उन्होंने मांग की कि लोगों को विभिन्न कांग्रेस सरकारों द्वारा समाचार पत्र में विज्ञापनों पर खर्च किए गए धन का विवरण दिया जाना चाहिए। यह समाचार पत्र डिजिटल रूप से उपलब्ध है।