

सन्मार्ग संवाददाता
कूचबिहार : राज्य सरकार की पहल पर शीतलकुची के किसान वकील बर्मन के बेटे को कूचबिहार एमजेएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अस्थाई पद पर नौकरी दी गयी है। इसे लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापन करते हुए मदन मोहन मंदिर में पूजा अर्चना के बाद वकील बर्मन के बेटे ने नौकरी में योगदान किया। उनके साथ कूचबिहार लोकसभा सांसद जगदीश चंद्र वर्मा वसुनिया, एमजेएन मेडिकल कॉलेज रोगी कल्याण समिति के सदस्य तथा जिला तृणमूल अध्यक्ष अभिजीत दे भौमिक उपस्थित थे। जानकारी के लिए बता दें कि कूचबिहार जिले में शीतलकुची सीमा क्षेत्र निवासी किसान वकील बर्मन अपने खेती जमीन में काम करने के लिए गए थे, तभी बांग्लादेशी बदमाशों द्वारा उनका अपहरण कर बांग्लादेश के भीतर लेकर चला गया। बाद में बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड बदमाशों के हाथ से उन्हें बरामद करने पर भी उन्हें बंगलादेश के जेल में रख दिया गया। वहीं 29 दिन बाद वह भारत लौटे हैं। वापस लौटने पर भी उनके परिवार काफी चिंतित थे। सीमा क्षेत्र के उसपर भारतीय जमीन में उनकी खेती जमीन है, लेकिन जिस प्रकार की घटना घटी है जिससे वह वापस खेती करने के लिए जाने से डर रहे हैं। इस हालत में उनका परिवार कैसे चलेगा उसे लेकर चिंतित थे। वहीं इसे देखते हुए ही कूचबिहार लोकसभा सांसद जगदीश चंद्र वर्मा वसुनिया, एमजेएन मेडिकल कॉलेज रोगी कल्याण समिति के सदस्य तथा जिला तृणमूल अध्यक्ष अभिजित दे भौमिक द्वारा विशेष कदम उठाया गया। उनके द्वारा मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही कूचबिहार एम जे एन मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अस्थाई पद पर नौकरी की व्यवस्था किया गया है। वहीं सोमवार को वकील बर्मन के बेटे परितोष बर्मन नौकरी में योगदान किया है। नौकरी में योगदान कर परितोष बर्मन ने कहा कि कि हमारे लिए काफी अच्छा हुआ है कारण हम अब अपने खेती जमीन में काम करने नहीं जाएंगे। कारण हम खुद को अभी तक सुरक्षित नहीं समझ रहे हैं। हमारे इस नौकरी के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हम धन्यवाद ज्ञापन करते हैं। वहीं अभिजीत दे भौमिक ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुझे एमजेएन मेडिकल कॉलेज रोगी कल्याण समिति का सदस्य बनाया है। उनके निर्देश पर ही वकील बर्मन के बेटे परितोष बर्मन को एम जे एन मेडिकल कॉलेज एजेंसी के माध्यम से अस्थाई पद पर सुपरवाइजर की नौकरी दिया गया है।