नयी दिल्ली : भारत के शुभांशु शुक्ला एक्सिओम स्पेस के चौथे वाणिज्यिक मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए अपनी पहली अंतरिक्ष उड़ान के लिए तैयार हैं। एक्सिओम मिशन 4 (एक्स-4) आठ जून को फ्लोरिडा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट के जरिए प्रक्षेपित किया जाना है।
चार दशक बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय बन जायेंगे
ड्रैगन अंतरिक्ष यान का प्रक्षेपण फ्लोरिडा स्थित नासा के अंतरिक्ष केंद्र से भारतीय समयानुसार शाम 6:41 बजे से पहले नहीं होगा। इस प्रक्षेपण के साथ ही शुक्ला लगभग चार दशक बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय बन जायेंगे। राकेश शर्मा ने 1984 में रूस के सोयूज अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष की यात्रा की थी। एक्सिओम-4 मिशन के पायलट शुक्ला के अलावा अन्य चालक दल में पोलैंड से स्लावोस्ज उजनांस्की-विस्नीवस्की और हंगरी से टिबोर कापू शामिल हैं, जो इतिहास में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की दोनों यूरोपीय देशों की पहली यात्रा और 40 वर्षों में दूसरा सरकार प्रायोजित मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन है।
पैगी ह्विटसन होंगी एक्सिओम-4 मिशन की कमांडर
अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पैगी ह्विटसन एक्सिओम-4 मिशन की कमांडर होंगी। शुक्ला ने जनवरी में संवाददाताओं से कहा था कि मैं सूक्ष्मगुरुत्व क्षेत्र में जाने और अकेले अंतरिक्ष उड़ान का अनुभव करने के लिए सचमुच बहुत उत्साहित हूं। अंतरिक्ष यात्री कक्षा में स्थित प्रयोगशाला में 14 दिन तक बिताने की योजना बना रहे हैं, जहां वे विज्ञान और वाणिज्यिक गतिविधियों का संचालन करेंगे। एक्स-4 अंतरिक्ष यात्री आईएसएस में अपने 14 दिवसीय प्रवास के दौरान 31 देशों का प्रतिनिधित्व करते हुए लगभग 60 वैज्ञानिक अध्ययन और गतिविधियां करेंगे।