नयी दिल्ली : अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और वाणिज्यिक ‘एक्सिओम-4 मिशन’ के उनके तीन अन्य साथी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को पृथ्वी पर लौट आये। ड्रैगन ‘ग्रेस’ अंतरिक्ष यान दक्षिणी कैलिफोर्निया में सैन डिएगो के नजदीक भारतीय समयानुसार अपराह्न 3:01 बजे समुद्र में उतरा। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिन के प्रवास के बाद अंतरिक्ष यात्रियों ने पृथ्वी पर लौटने से पहले 22.5 घंटे की यात्रा की।
ड्रैगन अंतरिक्ष यान से मुस्कुराते हुए बाहर निकले शुभांशु
शुभांशु शुक्ला और ‘एक्सिओम-4 मिशन’ के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री ड्रैगन ‘ग्रेस’ अंतरिक्ष यान से मुस्कुराते हुए बाहर निकले तथा कैमरों की ओर हाथ हिलाते हुए लोगों का अभिवादन किया। शुक्ला (39), कमांडर पैगी ह्विटसन और स्लावोज़ उज्नान्स्की-विस्नीवस्की तथा टिबोर कापू को स्पेसएक्स के ‘ग्राउंड स्टाफ’ की मदद से अंतरिक्ष यान से बाहर निकलते हुए देखा गया। अंतरिक्ष यान को नीचे उतरने के तुरंत बाद ‘रिकवरी शिप शैनन’ तक ले जाया गया, जहां एक्सिओम-4 के चालक दल के सदस्य एक छोटी सी स्लाइड पर बाहर आये और ‘ग्राउंड स्टाफ’ कर्मियों ने उन्हें खड़े होने में मदद की।
अंतरिक्ष यात्रियों को सात दिन तक निगरानी में रखा जायेगा
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर तीन सप्ताह तक भारहीनता की स्थिति में रहने के बाद शुक्ला और तीनों अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर गुरुत्वाकर्षण के साथ तालमेल बिठाने के लिए कदम उठाते हुए देखा गया। हेलीकॉप्टर से तट पर ले जाने से पहले एक्सिओम-4 के चालक दल की रिकवरी पोत पर ही चिकित्सा जांच की गयी। चारों अंतरिक्ष यात्रियों को सात दिन तक निगरानी में रखा जायेगा। चारों अंतरिक्ष यात्रियों के फिर से धरती के वातावरण में गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव के प्रति अनुकूलन के लिए सात दिन पुनर्वास कार्यक्रम में रहने उम्मीद है क्योंकि पृथ्वी की कक्षा में वे भारहीनता की स्थिति में थे।
शुभांशु ने करोड़ों सपनों को प्रेरित किया : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि शुभांशु शुक्ला ने अपने समर्पण, साहस और अन्वेषण भावना से करोड़ों सपनों को प्रेरित किया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा कि मैं राष्ट्र के साथ मिलकर ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत करता हूं, जो अपने ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन से पृथ्वी पर लौट आये हैं। उन्होंने शुक्ला की उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा कि वे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का दौरा करने वाले पहले भारतीय हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भारत के अपने मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन - गगनयान की दिशा में एक और मील का पत्थर है।