Sawan 2024: सावन के ये 9 दिन हैं बेहद खास, कर्ज मुक्ति के लिए करें ये उपाय

Sawan 2024: सावन के ये 9 दिन हैं बेहद खास, कर्ज मुक्ति के लिए करें ये उपाय
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कोलकाता : सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। इस वर्ष श्रावण मास 22 जुलाई से शुरू होकर 19 अगस्त को सर्वार्थ सिद्धि योग पर पूर्णिमा के दिन समाप्त हो जाएगा। इस माह आप न सिर्फ भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि मां लक्ष्मी को भी प्रसन्न कर सकते हैं। इसके अलावा अगर आप कर्ज से परेशान हैं तो आपको सावन के 9 दिनों में कुछ अचूक उपाय जरूर करने चाहिए और सावन में भगवान शिव की पूजा और कुछ आसान उपायों से आप कर्ज से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में।
सावन के श्रेष्ठ शुभ मुहूर्त
इस बार श्रावण मास में 10 विशेष शुभ मुहूर्त वाले दिन बन रहे हैं। पांच सोमवार के अलावा 1 और 17 अगस्त को प्रदोष व्रत और 4 अगस्त को सर्वार्थ सिद्धि योग व रवि पुष्य योग के साथ अमावस्या है। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त वाले विशेष दिनों पर पूजा-अर्चना, जलाभिषेक और रुद्राभिषेक जैसे विशेष उपाय कर दोष दूर किया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि श्रेष्ठ शुभ मुहूर्त में विशेष पूजा-अर्चना और उपाय कर आप मनवांछित फल पा सकते हैं।
सावन के विशेष 9 दिन
सावन का पूरा महीना जहां बेहद शुभ होता है, वहीं सावन के सोमवार, एकादशी, प्रदोष और शिवरात्रि भगवान शिव की कृपा पाने के लिए बेहद खास होते हैं।
सावन में करें ये उपाय
गन्ने के रस से भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें।
सावन के इन 9 दिनों में समृद्धि पाने के लिए लोगों को गन्ने के रस से भगवान शिव का रुद्राभिषेक करना चाहिए।
इस दौरान हमें उन्हें बेलपत्र, बेल की माला और नैवेद्य अर्पित करना होता है।
ऐसा करने से भगवान शिव के साथ-साथ देवी लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती है।
यदि आपके ऊपर कर्ज चढ़ा हुआ है और आप इससे मुक्ति चाहते हैं तो सावन के विशेष नौ दिनों में गंगा जल में भस्म मिलाकर पूरे विधि विधान से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करें। इस उपाय से कर्ज से मुक्ति पाना आसान हो जाता है।
माना जाता है कि राहु-केतु का अशुभ प्रभाव कम करने, कर्ज और कई तरह के कष्टों से छुटकारा पाने के लिए और गृह शांति के लिए सोमवार को विशेष पूजा, जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करना शुभ है माना जाता है।
रोग निवारण, पितृ दोष और कर्ज मुक्ति के लिए अमावस्या के दिन रवि पुष्य योग में विशेष पूजा-अर्चना करना अच्छा है।
मान्यतानुसार सावन शिवरात्रि और प्रदोष में पूजा, जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने से संतान की प्राप्ति होती है।

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