सन्मार्ग संवाददाता
नदिया : रात में एवरेस्ट फतह करने की खुशी सुबह-सुबह मातम में बदल गयी। रानाघाट के एवरेस्ट विजयी सुब्रत घोष की शुक्रवार को माउंट एवरेस्ट से उतरते समय मौत हो गयी। एक अन्य बंगाली एवरेस्ट विजेता रुम्पा दास जो कि सुब्रत के साथ थीं वे स्वस्थ हैं। पर्वतारोही सुब्रत घोष रानाघाट के वार्ड नंबर 3 के निवासी हैं जिनकी मौत की खबर से इलाके में शोक व्याप्त है। कुछ महीने पहले उन्होंने रानाघाट की एक अन्य निवासी रुम्पा दास के साथ एवरेस्ट फतह करने का सपना लेकर अपनी यात्रा शुरू की थी। गुरुवार की रात खबर आयी कि रानाघाट के दो पर्वतारोहियों ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर विजय प्राप्त कर ली है। सोशल मीडिया पर शुभकामनाओं का तांता लगा हुआ था लेकिन यह खुशी ज्यादा देर नहीं टिक सकी। बताया गया है कि एवरेस्ट शिखर पर विजय प्राप्त करने के बाद नीचे उतरते समय सुब्रत बेस कैंप 4 में बीमार पड़ गये। उनकी मौत अनेक समस्याओं के कारण हुई। दूसरी ओर खबर मिली है कि सुब्रत के साथ अभियान पर गईं रुम्पा दास रानाघाट वापस आ रही हैं। तीन साल बाद सुब्रत और रुम्पा एवरेस्ट की चोटी पर विजय पाने वाले पहले बंगाली पर्वतारोही बन गये। रुम्पा ने इससे पहले 2021 में एवरेस्ट फतह करने का प्रयास किया था मगर शारीरिक समस्याएं बाधा बन गयी थीं। सुब्रत इससे पहले भी एक बार गंभीर रूप से बीमार पड़ चुके थे। इसके बावजूद वे सभी बाधाओं को पार करते हुए अभियान पर चले गये और उन्होंने एवरेस्ट पर फतह भी हासिल की। उनके शव को नीचे लाने की कोशिश की जा रही है।