नयी दिल्ली : लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में इंदिरा गांधी का ‘50 प्रतिशत भी साहस’ है तो उन्हें सदन में बोलना चाहिए कि भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता का दावा करने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने झूठी बात कही है।
हर व्यक्ति ने पाकिस्तान की निंदा की
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पहलगाम में निर्मम और बर्बर हमला किया गया, जिसकी साजिश पाकिस्तान से रची गयी थी। उन्होंने कहा कि इस सदन के हर व्यक्ति ने पाकिस्तान की निंदा की। ऑपरेशन सिंदूर के शुरू होते ही सभी विपक्षी दलों ने फैसला किया कि हम अपने सशस्त्र बलों और भारत की निर्वाचित सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़े रहेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि हमें गर्व है कि विपक्ष के रूप में हम उस तरह से एकजुट रहे, जैसे होना चाहिए।
‘35 मिनट में सरेंडर हो गया’
उन्होंने कहा कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 1971 के युद्ध और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की तुलना की। तब (1971 के युद्ध में) राजनीतिक इच्छाशक्ति थी। राहुल ने रक्षामंत्री के भाषण के एक अंश का हवाला देते हुए दावा किया कि भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार को सूचित किया कि ‘हमारे पास राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं हैं, हम नहीं लड़ेंगे यानी 35 मिनट में सरेंडर हो गया।’ कांग्रेस नेता ने दावा किया कि सरकार के स्तर पर इस कवायद का मकसद प्रधानमंत्री की छवि बचाना था।