अंडमान-निकोबार में पल्स पोलियो अभियान, 20 हजार से अधिक बच्चे लक्ष्य

श्री विजयपुरम में राज्य स्तरीय उद्घाटन समारोह आयोजित
अंडमान-निकोबार में पल्स पोलियो अभियान, 20 हजार से अधिक बच्चे लक्ष्य
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सन्मार्ग संवाददाता

श्री विजयपुरम : राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के अवसर पर अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में पल्स पोलियो प्रतिरक्षण कार्यक्रम की शुरुआत राज्य स्तरीय उद्घाटन समारोह के साथ की गई। यह कार्यक्रम आज प्रातः 8:30 बजे यूएचसी जंगलघाट, श्री विजयपुरम में आयोजित किया गया। अभियान का विधिवत उद्घाटन सचिव (स्वास्थ्य) एवं मिशन निदेशक-यूटीएचएम सुश्री ऋचा ने पहले बच्चे को ओरल पोलियो वैक्सीन की खुराक पिलाकर किया। इस अवसर पर वे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।

कार्यक्रम में स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. एच. एम. सिद्धराजु ने विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया। उनके साथ उप निदेशक (स्वास्थ्य) एवं राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अविजित रॉय, स्वास्थ्य सेवा निदेशालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी, चिकित्सा कर्मी और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े विभिन्न हितधारक भी मौजूद थे। कार्यक्रम के सफल संचालन में रोटरी क्लब, श्री विजयपुरम के अध्यक्ष श्री दीपक द्वारा आवश्यक लॉजिस्टिक और समग्र सहयोग प्रदान किया गया।

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए सचिव (स्वास्थ्य) सुश्री ऋचा ने आम जनता से अपील की कि वे इस राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के सभी बच्चों को नजदीकी पोलियो बूथ पर ले जाकर ओरल पोलियो वैक्सीन अवश्य पिलवाएं, ताकि पोलियो जैसी गंभीर बीमारी से बच्चों को पूरी तरह सुरक्षित किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि पोलियो उन्मूलन की दिशा में सामूहिक प्रयास ही सफलता की कुंजी है।

पल्स पोलियो अभियान पूरे अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में एक साथ प्रारंभ किया गया है। इस चरण में कुल 489 पोलियो बूथ स्थापित किए गए हैं। इन बूथों के माध्यम से लगभग 20,666 बच्चों को ओरल पोलियो वैक्सीन की खुराक देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसके लिए व्यापक तैयारी की गई है, जिसमें पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन, प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी और स्वयंसेवकों की तैनाती की गई है।

यह प्रतिरक्षण अभियान तीन दिनों तक चलेगा। पहले दिन बूथ आधारित टीकाकरण किया जाएगा, जबकि 22 और 23 दिसंबर 2025 को स्वास्थ्य कर्मी, हितधारक और स्वयंसेवक घर-घर जाकर छूटे हुए बच्चों की पहचान करेंगे और उन्हें टीकाकरण की सुविधा प्रदान करेंगे। इस दौरान उन बच्चों को भी कवर किया जाएगा जो किसी कारणवश नियमित टीकाकरण से वंचित रह गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने विश्वास जताया है कि इस अभियान के माध्यम से पोलियो मुक्त अंडमान-निकोबार के लक्ष्य को और मजबूती मिलेगी।

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