

चंडीगढ़ : पंजाब में आतंकी गतिविधियों को लेकर एक बार फिर खतरे की घंटी बज रही है। गुरदासपुर के कस्बा फतेहगढ़ चड़ियां स्थित थाना किला लाल सिंह से कुछ दूरी पर रविवार की रात जोरदार धमाके हुए, जिससे इलाके में दहशत फैल गयी। एक के बाद एक तीन धमाके इतने जबरदस्त थे कि इलाके में सो रहे लोग घबराकर उठ बैठे। विस्फोट के बाद चप्पे-चप्पे पर खौफ का माहौल है। रविवार को जैसे ही धमाकों की खबर फैली, पुलिस अलर्ट हो गयी, मगर अब तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है।
खलिस्तान समर्थक ग्रुप ने ली हमले की जिम्मेदारी
हमले की जिम्मेदारी खलिस्तान समर्थक ग्रुप ने ली है। धमाकों के बाद डीएसपी फतेहगढ़ चूड़ियां विपन कुमार और थाना प्रभारी प्रभजोत सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तुरंत जांच शुरू कर दी। पुलिस फिलहाल इस मामले में जानकारी साझा करने से बच रही है। थाना प्रभारी ने बताया कि रात करीब 12:35 बजे लगातार तीन धमाकों की आवाज सुनाई दी थी, जिसके बाद पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया। हालांकि, कोई संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति मौके पर नहीं मिला। स्थानीय लोगों के अनुसार, यह धमाके थाने के सामने से गुजरने वाली नहर के पास हुए और इसकी आवाज काफी दूर तक सुनाई दी।
बब्बर खालसा ने ली जिम्मेदारी
इन हमलों की जिम्मेदारी सोशल मीडिया के जरिए हैप्पी पशियां ग्रुप ने ली है। ग्रुप ने पोस्ट डालकर साफ लिखा है कि किला लाल सिंह थाने पर हुआ हमला उनका बदला है, क्योंकि पुलिस ने उनके साथियों को पीलीभीत और बटाला में मुठभेड़ों के दौरान मार गिराया था। पोस्ट में हैप्पी पशियां, मनु अगवान और गोपी नवांशहरिया के नाम सामने आए हैं, जिन्होंने मिलकर इस हमले को अंजाम देने का दावा किया है। पोस्ट में दावा किया गया कि यह हमला रॉकेट लॉन्चर से किया गया और इसे खालिस्तानी आतंकी हैप्पी पशियां ने अंजाम दिया। पोस्ट में उन्होंने इस हमले को अपने साथियों की ‘शहादत का जवाब’ बताया।
पुलिस को दी खुली धमकी
बब्बर खालसा की ओर से जारी पोस्ट में पुलिस अधिकारियों को भी खुली धमकी दी गयी है। उन्होंने लिखा, ‘मुंशी से लेकर जिस भी पुलिस अधिकारी का नाम इस मुठभेड़ में शामिल रहा है, उन सभी के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।’ पोस्ट में कहा गया कि ये हमले तब तक बंद नहीं होंगे जब तक सिख समुदाय के खिलाफ ‘अत्याचार’ बंद नहीं किया जाता है।
बढ़ते खतरे की आशंका
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों में पंजाब में पुलिस थानों और चौकियों पर ग्रेनेड हमले हो चुके हैं। बक्शीवाल पुलिस चौकी पर भी ऐसा ही हमला हुआ था, जिसके अभियुक्तों का मुठभेड़ पीलीभीत में किया गया था। अब गुरदासपुर में हुआ यह धमाका एक बार फिर से पंजाब की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच जारी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि धमाके में किस तरह का विस्फोटक या हथियार इस्तेमाल किया गया। फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया है, जबकि आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। फिलहाल इलाके में अलर्ट जारी कर दिया गया है और सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।