

नई दिल्ली - पोप फ्रांसिस का निधन 21 अप्रैल, सोमवार की सुबह हो गया। उनके निधन की पुष्टि कार्डिनल केविन फेरेल ने की। 88 वर्षीय पोप ने वेटिकन स्थित कासा सांता मार्टा में अंतिम सांस ली। वे डबल निमोनिया, ब्रोंकाइटिस और किडनी की बीमारी से लंबे समय से पीड़ित थे। स्थानीय समयानुसार सुबह 7:35 बजे उनका निधन हुआ। पोप को 14 फरवरी 2025 को रोम के जेमेली अस्पताल में भर्ती कराया गया था और मार्च में छुट्टी मिलने के बाद भी उनकी तबीयत लगातार गंभीर बनी रही। निधन से एक दिन पहले, 20 अप्रैल 2025 को उन्होंने ईस्टर संडे के अवसर पर सेंट पीटर स्क्वायर में श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया था और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से भी मुलाकात की थी।
पोप फ्रांसिस के निधन पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि, "परम पूज्य पोप फ्रांसिस के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। दुख और स्मरण की इस घड़ी में, वैश्विक कैथोलिक समुदाय के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएँ। पोप फ्रांसिस को दुनिया भर के लाखों लोग हमेशा करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक के रूप में याद रखेंगे। छोटी उम्र से ही उन्होंने प्रभु ईसा मसीह के आदर्शों को साकार करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया था। उन्होंने गरीबों और वंचितों की लगन से सेवा की। जो लोग पीड़ित थे, उनके लिए उन्होंने आशा की भावना जगाई। मैं उनके साथ अपनी मुलाकातों को याद करता हूँ और समावेशी और सर्वांगीण विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता से बहुत प्रेरित हुआ। भारत के लोगों के प्रति उनका स्नेह हमेशा संजोया जाएगा। उनकी आत्मा को ईश्वर की गोद में शांति मिले।"