शांति और सौहार्द के साथ 2026 के स्वागत की तैयारी

कोलकाता में पूजा स्थलों पर विशेष इंतजाम, 1 जनवरी को उमड़ेंगे श्रद्धालु
शांति और सौहार्द के साथ 2026 के स्वागत की तैयारी
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मुनमुन, सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : नए साल 2026 के स्वागत की तैयारियों के बीच कोलकाता के पूजा स्थल भी श्रद्धालुओं के लिए सज-धज कर तैयार हो रहे हैं। परंपरा के अनुसार 1 जनवरी की सुबह बड़ी संख्या में लोग चर्च, मंदिर, मजार और गुरुद्वारों में प्रार्थना कर नए वर्ष की शुरुआत करते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए शहर भर में विशेष प्रार्थनाओं, सजावट और भीड़ प्रबंधन के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

चर्चों में विशेष प्रार्थनाएं और सजावट
ब्रेबोर्न रोड स्थित सेंट एंड्रयूज चर्च में 1 जनवरी की सुबह विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की जाएगी। चर्च के रेवरेन्ड स्वरूप बार ने बताया कि इस दिन की प्रार्थनाएं सामूहिक कल्याण, शांति और सद्भाव पर केंद्रित होंगी। “हम सभी धर्मों से ऊपर उठकर हर किसी के लिए शांति और सौहार्द की कामना करेंगे। मानिकतल्ला का डफ चर्च, काउंसिल हाउस स्ट्रीट का सेंट जॉन्स चर्च और लेनिन सरणी स्थित सेक्रेड हार्ट चर्च भी सैकड़ों श्रद्धालुओं के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं। रंग-बिरंगी रोशनियों, फूलों की सजावट और अतिरिक्त बैठने की व्यवस्था की गई है। सेंट जॉन्स चर्च के अधिकारी के अनुसार इस दिन परिवार, युवा और बुजुर्ग एक साथ प्रार्थना के लिए आते हैं।

मंदिरों में सुबह से ही लगेंगी लंबी कतारें
कालीघाट और दक्षिणेश्वर काली मंदिर में हर साल 1 जनवरी की सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग जाती हैं। इस वर्ष भी प्रशासन और मंदिर प्रबंधन ने स्वयंसेवकों की तैनाती, सुचारु प्रवेश-निकास और दर्शन व्यवस्था के लिए विशेष योजना बनाई है। दक्षिणेश्वर काली मंदिर के एक अधिकारी ने बताया क नए साल के दिन अन्य जिलों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। हमारा लक्ष्य है कि सभी को शांतिपूर्वक दर्शन का अवसर मिले।

दरगाहों और मस्जिदों में शुक्राने की दुआएं
शहर की दरगाहों में भी नए साल के पहले दिन श्रद्धालुओं की आवाजाही बनी रहती है। कई लोग घर या मस्जिदों में ‘शुक्राना’ अदा करते हैं। हर साल 1 जनवरी को दरगाह जाने वाले फैसल खान ने कहा, “मैं अपने परिवार, दोस्तों, देश और नागरिकों की भलाई के लिए दुआ करूंगा। 2026 सभी के लिए खुशहाली और स्वास्थ्य लेकर आए।

गुरुद्वारों में अरदास और लंगर
गुरुद्वारों में तड़के अरदास और लंगर की व्यवस्था की गई है। आयोजकों के अनुसार, स्वयंसेवकों और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से भीड़ प्रबंधन किया जाएगा, ताकि हर श्रद्धालु शांतिपूर्वक प्रार्थना कर सके। कुल मिलाकर, कोलकाता के पूजा स्थल शांति, एकता और आशा के संदेश के साथ नए साल 2026 का स्वागत करने को तैयार हैं।

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