सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में स्थायी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह एकीकृत विकास निगम (एएनआईआईडीसीओ) ने अंडमान और निकोबार प्रशासन की ओर से तीन प्रमुख ईको-टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का प्रस्ताव दिया है। एवेस द्वीप, स्मिथ द्वीप और श्री विजयपुरम में प्रतिष्ठित मेगापोड रिसॉर्ट में नियोजित ये विकास सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के माध्यम से कार्यान्वित किए जाएंगे। स्थायी वित्त समिति (एसएफसी) ने 3 अप्रैल को अपनी बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी दी, जिससे इन परिवर्तनकारी परियोजनाओं का मार्ग प्रशस्त हुआ। एवेस द्वीप में 2.75 हेक्टेयर में 50-की रिसॉर्ट का विकास होगा, जिसकी अनुमानित लागत 66 करोड़ रुपये होगी। स्मिथ आईलैंड में 25 हेक्टेयर में 70-की रिसॉर्ट प्रस्तावित है, जिसमें 126 करोड़ करोड़ का निवेश किया जाएगा। इस बीच मेगापोड रिसॉर्ट को 2.93 हेक्टेयर की साइट पर 128 की के साथ पुनर्विकसित किया जाना है, जिसके लिए अनुमानित 175 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी। प्रत्येक परियोजना एक दीर्घकालिक रियायत समझौते के साथ आती है। एवेस और स्मिथ आईलैंड परियोजनाओं के लिए 75 वर्ष, जिसमें निर्माण के लिए चार वर्ष शामिल हैं और मेगापोड रिसॉर्ट के लिए 50 वर्ष, जिसमें तीन वर्ष की निर्माण अवधि शामिल है। एवेस और स्मिथ आईलैंड परियोजनाओं के लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से सीआरजेड मंजूरी पहले ही प्राप्त कर ली गई है। मेगापोड रिसॉर्ट पुनर्विकास के लिए सीआरजेड मंजूरी प्राप्त की जाएगी। रिसॉर्ट्स ग्रीन ग्लोब जैसे अंतर्राष्ट्रीय ग्रीन बिल्डिंग मानकों का पालन करेंगे और पर्यटन मंत्रालय के मानदंडों के तहत पांच सितारा प्रमाणन प्राप्त करने का लक्ष्य रखेंगे। प्रत्येक विकास में सौर ऊर्जा बैकअप, वर्षा जल संचयन, सीवेज उपचार और जल शोधन प्रणाली सहित आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा होगा।