

कोलकाता . माकपा के प्रदेश सचिव मोहम्मद सलीम ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते कहा कि मोदी अपनी जिम्मेदारियां नहीं निभा पाए। पहलगाम हमला और सिंदूर ऑपरेशन को लेकर उनको संसद का एक विशेष सत्र बुलाना चाहिए था। देश के हालात के बारे में बताना चाहिए था। युद्ध की परिस्थिति में संसदीय लोकतंत्र का यही नियम है।
विपक्ष ने दिया उनका साथ
उन्होंने कहा कि जब देश हित की बात उठी, तो विपक्ष ने उनका साथ दिया। लेकिन, सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से वे अपनी जिम्मेदारियां नहीं निभा पाए। उन्होंने कहा कि जब उनको पहलगाम की जरूरत थी तब वे वहां न जाकर बिहार में चुनावी सभा को संबोधित करने बिहार पहुंच गए। पहलगाम में आतंकवादी हमला जब हुआ था तो वे सऊदी अरब के दौरे पर थे। उस वक्त देश के लोगों को लगा था कि वे जम्मू जाएंगे। प्रभावित परिवारों से मिलेंगे।
शहीद जवान का नाम नहीं लिया
प्रभावित लोगों का पक्ष लेंगे। इस हमले से जम्मू-कश्मीर का पहलगाम ही प्रभावित नहीं हुआ था, पूरा देश प्रभावित हुआ था। सलीम ने कहा कि पहलगाम घटना के बाद सेना की कार्रवाई में पहला शहीद बंगाल के नादिया का एक जवान हुआ। मोदी कई बार बंगाल आए, लेकिन एक बार भी सेना के इस शहीद जवान का नाम नहीं लिया। लेकिन जब चुनाव आता है तो बीजेपी के लोग जवानों की तस्वीरें लगाकर और मोमबत्तियां जलाकर वोट मांगने निकल पड़ते हैं।