

कोलकाता : पिछले 5 वर्षों में फलता एसईजेड (स्पेशल इकोनॉमिक जोन) में ऑपरेटिंग यूनिट्स की संख्या 70 से घटकर 36 पर पहुंच गयी है। इस संबंध में राज्यसभा में सांसद शमिक भट्टाचार्य द्वारा पूछे गये सवालों का जवाब देते हुए केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने इसकी जानकारी दी। एसईजेड में यूनिट्स के बंद होने के कारणों को लेकर उन्होंने बताया कि आर्थिक गतिविधियां बंद होने अथवा विश्व में निर्यात मार्केट में कोविड के दौरान व उसके बाद हुए बदलाव, गत 1 अप्रैल 2020 से एसईजेड यूनिट्स के लिए टैक्स इंसेंटिव हटाया जाना, ट्रैफिक जाम अथवा फलता एसईजेड को एनएच-117 पर कोलकाता/हल्दिया पोर्ट से कनेक्ट करने वाली सड़क पर परिवहन में प्रतिबंध के अलावा फलता एसईजेड से मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट सुविधा में कमी जैसे कारण शामिल हैं।
सुधार के लिए उठाये गये हैं कई कदम
फलता एसईजेड में व्यवसाय का माहौल बेहतर करने के लिए कई कदम उठाये गये हैं। पश्चिम बंगाल सरकार को एनएच-117 पर और फलता एसईजेड के आस-पास अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया है। फलता एसईजेड से कोलकाता के पोर्ट तक नदी से कार्गो संचालन के लिए फलता एसईजेड जेटी के पुनरुद्धार हेतु कदम उठाये गये हैं। पूर्व रेलवे से अनुरोध किया गया है कि वह फलता एसईजेड में माल ढुलाई के लिए रेलवे कनेक्टिविटी प्रदान करने की व्यवहार्यता का पता लगाए। फलता एसईजेड में बुनियादी ढांचागत सुविधाओं के विकास/नवीनीकरण जैसे आंतरिक सड़कें, प्रकाश व्यवस्था, अग्निशमन प्रणाली, जल निकासी प्रणाली और जल आपूर्ति प्रणाली आदि के लिए कदम उठाये गये हैं, एसईजेड के अंदर सुरक्षा को मजबूत किया गया है। बिना किसी देरी के आयात/निर्यात कार्गो की निकासी सुनिश्चित करने के लिए फलता एसईजेड के सीमा शुल्क कार्यालय का दो पालियों में संचालन किया जा रहा है।
इस तरह घटी यूनिट्स की संख्या
वर्ष यूनिट्स की संख्या
2019 - 70
2020 - 71
2021 - 45
2022 - 42
2023 - 39
2024 - 36