पीरजादा त्वहा सिद्दीकी का शौकत मोल्ला पर तीखा हमला

टीएमसी पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप, राजनीतिक विवाद बढ़ा
पीरजादा त्वहा सिद्दीकी का शौकत मोल्ला पर तीखा हमला
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सन्मार्ग संवाददाता

हुगली : भांगड़ और कैनिंग इलाके में राजनीतिक वातावरण गर्मा गया है, जब पीरजादा त्वहा सिद्दीकी ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शौकत मोल्ला के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए उन पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि शौकत मोल्ला की छवि स्थानीय जनता के बीच एक “गुंडा और समाज-विरोधी तत्व” के रूप में जानी जाती है। त्वहा सिद्दीकी ने बांग्ला कहावत का हवाला देते हुए कहा—“सूअर के गले में मोतियों की माला।” उनके अनुसार यह कहावत ऐसे व्यक्तियों पर पूरी तरह सटीक बैठती है, जो समाज और कानून दोनों के खिलाफ कार्य करते हैं, लेकिन राजनीतिक संरक्षण के कारण सुरक्षित रहते हैं।

टिकट देने पर सवाल
त्वहा सिद्दीकी ने स्पष्ट किया कि यदि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी वर्ष 2026 के चुनाव में शौकत मोल्ला को उम्मीदवार बनाती हैं, तो यह जनता के लिए एक गलत संदेश होगा। उनका कहना था कि इससे यह प्रतीत होगा कि राज्य में आपराधिक छवि वाले लोगों को राजनीतिक रूप से बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह के कदम से पार्टी को गंभीर राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ सकता है, और जनता के बीच विश्वास की कमी पैदा हो सकती है।

अपराध और हिंसा के आरोप
पीरजादा त्वहा सिद्दीकी ने आरोप लगाया कि शौकत मोल्ला पर पहले भी हिंसा, धमकी और अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के कई मामले दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि भांगड़ और कैनिंग क्षेत्र के लोग लंबे समय से इसकी शिकायत करते रहे हैं, लेकिन राजनीतिक संरक्षण के कारण इन आरोपों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। त्वहा सिद्दीकी ने कहा कि स्थानीय जनता इन मामलों को लेकर गहराई से चिंतित है और ऐसे विवादित व्यक्तियों को चुनावी टिकट देना पूरी तरह अनुचित होगा।

मुख्यमंत्री से अपील
त्वहा सिद्दीकी ने ममता बनर्जी से अपील की कि शौकत मोल्ला को टिकट न दिया जाए और पार्टी ऐसे लोगों को समर्थन देने की गलती न करे। उन्होंने कहा कि यह न केवल पार्टी की साख को नुकसान पहुँचाएगा, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक असंतोष भी बढ़ाएगा। उनका यह भी कहना था कि यदि पार्टी ने यह निर्णय लिया, तो उसे इसका खामियाजा आगामी चुनावों में भुगतना पड़ेगा।

अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं
इन गंभीर आरोपों पर तृणमूल कांग्रेस या शौकत मोल्ला की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह मामला आगामी चुनावी रणनीति और स्थानीय राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है।

पीरजादा त्वहा सिद्दीकी का यह बयान क्षेत्रीय राजनीति में नए तनाव को जन्म दे रहा है, और स्थानीय जनता की नजर अब टीएमसी के आगामी कदमों पर टिकी हुई है। इस मामले में आगे की घटनाएं राजनीतिक माहौल को और गर्मा सकती हैं।

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