

कोलकाता : गरिया में बीएसएफ का एक कैंप स्थापित किया गया है। यहां बीएसएफ ने क्षेत्र के निवासियों के लिए चिकित्सा और स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था की है। गरिया क्षेत्र का एक निवासी बिना इस जानकारी की पुष्टि किए साइबर जालसाजों के जाल में फंस गया। महज तीन मिनट में साइबर जालसाजों ने व्यक्ति के दो बैंक खातों से 78 हजार रुपये निकाल लिए। इस संबंध में व्यक्ति ने दक्षिण कोलकाता के पाटुली थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस साइबर ठगी के इस अभिनव तरीके की शिकायत की जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि गरिया के न्यू रायपुर रोड निवासी एक व्यक्ति ने व्यक्ति को फोन कर कहा कि वह गरिया स्थित बीएसएफ कैंप से बोल रहा है। व्यक्ति ने दावा किया कि उसे नहीं पता था कि गरिया में कोई बीएसएफ कैंप नहीं है। उसे बताया गया कि कैंप में उसके इलाज और विभिन्न जांचों की व्यवस्था की जा रही है। बीएसएफ के जवान उसके घर जाकर उसके स्वास्थ्य की जांच करेंगे। व्यक्ति राजी हो गया। फिर उसे बताया गया कि उसे एक प्रक्रिया या प्रोटोकॉल का पालन करना होगा इसके लिए एक जालसाज ने उससे वीडियो कॉल पर बात करनी शुरू की। जालसाज की बात पर विश्वास कर उसने उसके 'निर्देशों' के मुताबिक काम करना शुरू कर दिया। उसने उसे एक ऐप डाउनलोड करने को कहा। उसने अनजाने में मिरर ऐप डाउनलोड कर लिया। कुछ ही पलों में उसने देखा कि सरकारी बैंक में उसके खाते से 49 हजार रुपये गायब हो गए। महज तीन मिनट के भीतर निजी बैंक में उसके खाते से 28 हजार गायब हो गए। कुल 78 हजार रुपये लेने के बाद जालसाज ने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया। इसके बाद शख्स ने तरह-तरह से पैसे वसूलने की कोशिश की। लेकिन सफलता नहीं मिलने पर आखिरकार उसने पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने कहा कि वह उन बैंक खातों के आधार पर साइबर जालसाजों का पता लगा रही है, जिनमें पैसों का लेनदेन हुआ था।