निधि, सन्मार्ग संवाददाता
पानीहाटी: पानीहाटी नगर पालिका के 19 नंबर वार्ड के आनंदनगर इलाके में काली पूजा के लिए जबरन चंदा वसूली का विरोध करने पर एक दंपति पर जानलेवा हमला किया गया और उनके घर में जमकर तोड़फोड़ की गई। इस घटना ने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है और स्थानीय राजनीति गरमा गई है।
हमले का आरोप और पीड़ित पक्ष हमले का मुख्य आरोप उत्तर पानीहाटी तृणमूल युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अर्जुन चक्रवर्ती और उनके समर्थकों पर लगा है। पीड़ित दंपति की पहचान रिंकू मंडल और उनकी पत्नी के रूप में हुई है। रिंकू मंडल ने इस पूरी घटना को लेकर घोला थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायत के अनुसार, तृणमूल युवा कांग्रेस के नेता और उनके सहयोगी काली पूजा के लिए जबरन मोटी रकम की वसूली कर रहे थे। जब रिंकू मंडल और उनकी पत्नी ने इस जबरन वसूली का विरोध किया और चंदा देने से इनकार कर दिया, तो आरोपी भड़क उठे। विरोध के तुरंत बाद, अर्जुन चक्रवर्ती और उनके दल ने दंपति पर हमला कर दिया। उन्हें बुरी तरह से पीटा गया और जाते-जाते उनके घर में भी तोड़फोड़ की गई, जिससे संपत्ति का काफी नुकसान हुआ।
इलाके में तनाव और भय का माहौल इस मारपीट और तोड़फोड़ की घटना के बाद से आनंदनगर इलाके के लोगों में डर और तनाव का माहौल है। पीड़ित परिवार का कहना है कि चंदा वसूली को लेकर पहले भी कई बार इलाके में धमकियां दी जा चुकी हैं, लेकिन यह पहली बार है जब विरोध करने पर सीधे तौर पर हमला किया गया। पीड़ित दंपति ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस से अपनी जान-माल की सुरक्षा की मांग की है।
पुलिस की जांच और राजनीतिक प्रतिक्रिया घोला थाने की पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और घटना की जांच में जुट गई है। पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है और आरोपियों की तलाश कर रही है। हालांकि, खबर लिखे जाने तक इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई थी, जिससे स्थानीय लोगों में नाराजगी है।
वहीं, इस मामले पर स्थानीय पार्षद और पानीहाटी पालिका के वाइस चेयरमैन सुभाष चक्रवर्ती ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने साफ किया है कि चंदा वसूली को लेकर किसी भी तरह की जबरदस्ती या दादागिरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस जांच पूरी होने के बाद, जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने एक बार फिर त्योहारों के समय होने वाली जबरन चंदा वसूली (सिंडिकेट कल्चर) और स्थानीय नेताओं की कथित दादागिरी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़ित परिवार अब पुलिस कार्रवाई और सुरक्षा की उम्मीद में है।