

पनामा सिटी : कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने यहां नेशनल असेंबली की अध्यक्ष डाना कास्टानेडा से मुलाकात की और आतंकवाद को ‘कतई बर्दाश्त नहीं करने’ के नयी दिल्ली के मजबूत संदेश से अवगत कराया। इस दौरान पनामा ने भारत को ‘आतंकवाद के खिलाफ युद्ध’ के लिए अपने समर्थन का आश्वासन दिया। यह प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को मध्य अमेरिकी देश पहुंचा।
बुधवार की सुबह ‘एक्स’ पर लिखे एक पोस्ट में थरूर ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने कास्टानेडा से मुलाकात की, जिनके साथ संसद के वरिष्ठ सदस्य एडविन वर्गारा और जूलियो डे ला गार्डिया भी थे। थरूर ने लिखा, ‘उन्हें हमारे मिशन के बारे में बताया तथा आतंकवाद के खिलाफ भारत के युद्ध को समझने और समर्थन देने का मजबूत आश्वासन प्राप्त किया।’ मुलाकात के दौरान कांग्रेस सांसद ने नेशनल असेंबली की अध्यक्ष को कश्मीरी शॉल भेंट की, जिसके जवाब में उन्होंने योद्धा रूपी प्रतीक चिह्न भेंट किया।
थरूर ने कहा, ‘जब मैंने उन्हें आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के स्थान से एक कश्मीरी शॉल भेंट की, तो अध्यक्ष ने भी एक योद्धा रूपी प्रतीक चिह्न भेंट किया तथा भारत से दृढ़ संकल्प के साथ लड़ने का आग्रह किया। उनकी सहकर्मी कैथी भीखू का भी अभिवादन किया, जो गुजरात में पैदा हुई थीं!’ इससे पहले, थरूर ने आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए और नेशनल असेंबली के मुख्य हॉल का दौरा किया।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने पनामा सिटी में भारतीय सांस्कृतिक केंद्र का भी दौरा किया और वहां मंदिर में पूजा-अर्चना की।
थरूर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘हमारे मुस्लिम सहयोगी सरफराज अहमद को मंदिर में अपने हिंदू और सिख सहयोगियों के साथ देखना भावुक कर देने वाला था। जैसा कि उन्होंने बाद में दर्शकों से कहा, ‘जब बुलाने वालों को कोई ऐतराज़ नहीं, तो जाने वालों को ऐतराज़ क्यों होगा’?’ थरूर ने पनामा में भारतीय समुदाय के सदस्यों को भी संबोधित किया।
थरूर के अलावा, प्रतिनिधिमंडल में सरफराज अहमद (झारखंड मुक्ति मोर्चा), जीएम हरीश बालयोगी (तेलुगु देशम पार्टी), शशांक मणि त्रिपाठी (भाजपा), भुवनेश्वर कलिता (भाजपा), मिलिंद देवड़ा (शिवसेना), तेजस्वी सूर्या (भाजपा) और अमेरिका में भारत के राजदूत रह चुके तरनजीत सिंह संधू शामिल हैं।