

नई दिल्ली : पाकिस्तानी आतंकवादियों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत की सख्त कार्रवाई के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारत पर हमला करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी थी। पाकिस्तान ने भारत को अधिकतम नुकसान पहुंचाने तथा राजधानी दिल्ली और अमृतसर के स्वर्ण मंदिर पर हमला करने के लिए अपने विध्वंसक हथियारों में शामिल शाहीन मिसाइल तक चलाई थी। हालांकि भारत की सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था के आगे उसे नाकामी हाथ लगी।
यह मिसाइल हवा में ही मार गिराई गयी। वह भी इतनी सावधानी पूर्वक कि इसका मलबा तक जमीन पर नहीं गिरा।भारतीय सेना ने इस बात की पुष्टि की है कि पाकिस्तान ने शाहीन मिसाइल का भी इस्तेमाल किया था। हालांकि भारत के एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने इसे आकाश में ही नष्ट कर दिया। भारतीय सेना के पश्चिमी कमांड ने पाकिस्तानी हमलों को असफल करने के वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि पाकिस्तान की ओर से दागी गयी मिसाइलों को भारत ने कैसे हवा में ही नष्ट कर दिया।
स्वर्ण मंदिर पर हमला करना चाहता था पाक
पाकिस्तान की ओर से दागी गयी मिसाइलें स्वर्ण मंदिर की तरफ भेजी गयी थीं लेकिन भारतीय सेना ने अपनी कौशल से समय रहते उन्हें रास्ते में ही नाकाम कर दिया। भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सेना ने पाकिस्तान की इस खतरनाक साजिश को सफल होने से पहले ही रोक दिया।
शाहीन मिसाइल कितनी खतरनाक
पाकिस्तान ने भारत पर हमले के दौरान चीन के ए-100 से लेकर फतह I/II एमएलआरएस हथियारों तक का इस्तेमाल किया। पाकिस्तान की शाहीन मिसाइल परमाणविक शक्ति संपन्न मिसाइल है। पाकिस्तान ने पहली बार इसका 2015 में परीक्षण किया था। हालांकि पाकिस्तान ने भारत पर जो शाहीन मिसाइल दागी थी उसमें वारहेड परमाणविक नहीं था। हालांकि यह पहली बार है, जब पाकिस्तान ने ऐसी किसी मिसाइल का इस्तेमाल किसी देश के विरुद्ध किया है।
जानकारों के मुताबिक, पाकिस्तान ‘शाहीन मिसाइल’ के जरिये धमकी देने का प्रयत्न कर रहा था कि उसके पास परमाणु हथियार भी हैं। शाहीन मिसाइल एक प्रकार की बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसकी रेंज 750 किलोमीटर से शुरू होती है। वहीं यह 1000 किलोग्राम का पेलोड ले जा सकती है। पाकिस्तान के पास शाहीन-1, शाहीन-2 और शाहीन-3 श्रेणी की मिसाइलें हैं, जिनकी रेंज अलग-अलग है।
मलबा तक हो गया नष्ट
पाकिस्तान ने ऐसी खतरनाक मिसाइलों का इस्तेमाल किया लेकिन भारत के डिफेंस सिस्टम ने उनका मलबा तक नष्ट कर दिया। दरअसल, ऐसी मिसाइलें लॉन्चिंग के बाद पहले धरती के वातावरण को छोड़कर बाहर निकल जाती हैं। इसके बाद वे नीचे की ओर वापस आकर लक्ष्य को भेदने के लिए संचालित होती हैं। मिसाइल गुरुत्वाकर्षण शक्ति का भी उपयोग करते हुए धरती पर निशाने को भेदती हैं।
ऐसी स्थिति में जानकारों का कहना है कि शाहीन को धरती के वातावरण में पहुंचने से पहले ही इंटरसेप्ट कर दिया गया। ऐसे में उसका मलबा भी वातावरण के संपर्क में आते ही आसमान में जल गया होगा। शाहीन मिसाइल को पाकिस्तान ने अपने नूर खान एयरबेस से छोड़ा था। भारतीय सेना को इस बात की जानकारी मिल गयी। संभावना है कि इसी कारण भारतीय सेना ने नूर खान एयरबेस को अपना लक्ष्य बनाया तथा पाकिस्तान के लॉन्चिंग सिस्टम को ही नष्ट कर दिया।