

नई दिल्ली - पाकिस्तान सरकार ने देशभर के मंदिरों और गुरुद्वारों के पुनर्निर्माण और सौंदर्यीकरण के लिए एक 'मास्टर प्लान' तैयार किया है, जिसकी लागत एक अरब पाकिस्तानी रुपये होगी। यह निर्णय 'इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड' (ईटीपीबी) की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता सैयद अतउर रहमान ने की। रहमान ने बताया कि इस योजना के तहत मंदिरों और गुरुद्वारों का जीर्णोद्धार किया जाएगा और एक अरब रुपये के बजट से विकास कार्य सम्पन्न होंगे।
हिंदू और सिख समुदाय के लोग बैठक में शामिल
सैयद अतउर रहमान ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदायों के धार्मिक स्थलों की देखभाल पर काफी धन खर्च किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि इस साल ईटीपीबी को एक अरब रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ है। बैठक में देशभर से हिंदू और सिख समुदाय के लोग, साथ ही सरकारी और गैर-सरकारी सदस्य भी शामिल हुए।
राजस्व बढ़ाने पर होगा ध्यान
ईटीपीबी विकास योजना में बदलाव की आवश्यकता पर चर्चा करते हुए बोर्ड सचिव फरीद इकबाल ने बताया कि विभाग की आय बढ़ाने के लिए योजना में संशोधन किया गया है, जिसके बाद अब ट्रस्ट की संपत्तियों को विकास के लिए पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से अनुपयोगी पड़ी जमीनों को विकास के लिए सौंपने से विभाग के राजस्व में भारी वृद्धि होगी।
कार्यों पर दिया जाएगा पूरा ध्यान
इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि विभिन्न मंदिरों और गुरुद्वारों के विकास कार्यों, साथ ही 'परियोजना प्रबंधन इकाई करतारपुर कॉरिडोर' में परिचालन कार्यों के लिए एक परियोजना निदेशक को नियुक्त किया जाएगा।