

इस्लामाबाद/नयी दिल्ली : भारत के पलटवार के बाद पाकिस्तान खस्ताहाल है, वहां के वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार सुबह ट्वीट कर अपील की कि ‘पाकिस्तान सरकार दुश्मन द्वारा ‘भारी नुकसान’ पहुंचाए जाने के बाद अंतरराष्ट्रीय भागीदारों से और अधिक ऋण की अपील करती है। युद्ध बढ़ने और शेयरों में गिरावट के बीच हम अंतरराष्ट्रीय भागीदारों से तनाव कम करने में मदद करने का आग्रह करते हैं। राष्ट्र से दृढ़ रहने का आग्रह है।’ जब उसके भीख मांगने के इस स्टाइल का मजाक उड़ने लगा तो वहां के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने दावा किया कि वित्त मंत्रालय का अकाउंट ‘हैक’ हो गया है।
यह पोस्ट गुरुवार को पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में 6,000 से अधिक अंकों की गिरावट के बाद आया। हालांकि, शुक्रवार को बाजार में सुधार हुआ और सुबह के कारोबारी सत्र में 1,000 से अधिक अंकों की बढ़त हुई।
इस पोस्ट का समय भी दिलचस्प है, क्योंकि पिछले साल अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के कार्यकारी बोर्ड की बैठक में पाकिस्तान को सात अरब अमेरिकी डॉलर की सहायता पर सहमति बनी थी और उसकी अगली किस्त को लेकर आईएमएफ कार्यकारी बोर्ड की बैठक होने वाली है। पाकिस्तान को ऋण की दूसरी किस्त और एक नए ऋण के तहत दो अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की राशि मिलने की उम्मीद है, जिसे जलवायु परिवर्तनों के प्रभाव से निपटने के लिए मंजूरी दी गई है। दिलचस्प बात यह है कि पोस्ट में नुकसान पहुंचाने के लिए अंग्रेजी में लिखे गए ‘इन्फ्लिक्टेड’ शब्द की वर्तनी भी गलत लिखी गई है।
इससे पहले भारत के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के प्रभाग द्वारा दान मांगने के तरीके पर कटाक्ष किया था। पीआईबी केंद्र सरकार की मीडिया सूचना और प्रचार शाखा है।