

कानपुर : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले में मारे गये लोगों में उत्तर प्रदेश के कानपुर निवासी 31 वर्षीय व्यवसायी शुभम द्विवेदी भी शामिल हैं। शुभम की शादी इसी साल 12 फरवरी को हुई थी और उनकी हत्या उनकी पत्नी आशान्या के सामने हुई। सीमेंट व्यवसाय से जुड़ी एक ट्रेडिंग कंपनी चलाने वाले शुभम 16 अप्रैल को अपनी पत्नी और परिवार के 9 अन्य सदस्यों के साथ जम्मू-कश्मीर में एक सप्ताह की छुट्टी मनाने गये थे। उनके माता-पिता, बहन, बहनोई और उनकी बहन के ससुराल के लोगों ने पहलगाम पहुंचने से पहले सोनमर्ग और गुलमर्ग का दौरा किया था।
शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी के अनुसार नवविवाहित जोड़े ने मंगलवार को दोपहर में पहलगाम में घुड़सवारी करने का फैसला किया, जबकि परिवार के बाकी लोग अपने होटल के पास ही रुके थे। इसी दौरान दो-तीन आतंकवादी शुभम और उसकी पत्नी के पास पहुंचे और हमलावरों ने उनसे पहचान पूछने के बाद शुभम के सिर में गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। शुभम के चचेरे भाई सौरभ द्विवेदी ने दावा किया कि आतंकवादियों ने पहले शुभम से ‘कलमा’ (इस्लामी आस्था की घोषणा) पढ़ने को कहा और ऐसा न करने पर उसके सिर में गोली मार दी। शुभम की हत्या करने के बाद एक आतंकवादी ने उसकी पत्नी की ओर मुड़कर कहा, अपनी सरकार को बताओ कि हमने तुम्हारे पति के साथ क्या किया।
योगी ने प्रकट की संवेदना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुभम के पिता को फोन करके संवेदना प्रकट की है। योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में कायरतापूर्ण आतंकी हमले में जनपद कानपुर के शुभम द्विवेदी का निधन अत्यंत दु:खद है। आज दूरभाष पर उनके पिता संजय द्विवेदी जी से बात कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि दुःख की इस घड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता से परिवार के साथ खड़ी है। प्रदेश के संबंधित अधिकारियों को पार्थिव शरीर को ससम्मान कानपुर लाने के लिए निर्देशित किया है।
सीपी ने शोकाकुल परिवार से की मुलाकात
जिलाधिकारी (डीएम) जितेंद्र प्रताप सिंह ने पुलिस आयुक्त (सीपी) के साथ बुधवार को शोकाकुल परिवार और उनके रिश्तेदारों से मुलाकात की। जिला प्रशासन ने उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गहरी चिंता से अवगत कराया। पुलिस उपायुक्त (पूर्वी) श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। इस मुश्किल घड़ी में उनकी मदद के लिए अधीनस्थों को जरूरी निर्देश दिये हैं।