

निधि, सन्मार्ग संवाददाता
बनगांव : उत्तर 24 परगना के ठाकुरबाड़ी में बुधवार को मतुआ भक्तों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं के बीच हुई हिंसक झड़प के मामले में पुलिस ने पहली बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर के एक करीबी अनुयायी को गिरफ्तार किया गया है। इस घटना ने मतुआ समुदाय के दो गुटों के बीच के तनाव को और गहरा कर दिया है, जिससे इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है।
एक की गिरफ्तारी और संगीन आरोप
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी का नाम वरुण विश्वास है। वह बागदा थाना अंतर्गत पुराने हेलेंचा इलाके का निवासी है और शांतनु ठाकुर का सक्रिय समर्थक बताया जाता है। उसे गुरुवार को बनगांव महकमा अदालत में पेश किया गया, जहां पुलिस ने मामले की तह तक जाने के लिए उसे अपनी हिरासत में लेने की अपील की।
पूर्व सांसद ममता बाला ठाकुर ने इस घटना को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने गाइघाटा थाने में दर्ज कराई गई शिकायत में कुल 13 लोगों को नामजद किया है। ममता बाला ठाकुर का कहना है कि शांतनु ठाकुर की "गुंडा वाहिनी" और भाजपा कैडरों ने न केवल भक्तों को बेरहमी से पीटा, बल्कि महिलाओं के साथ अभद्रता और श্লীলता की सीमाएं भी लांघ दीं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारियों से कीमती सामान छीन लिया गया और उन्हें जातिगत गालियां दी गईं।
घटनाक्रम: विरोध प्रदर्शन बना हिंसक रणक्षेत्र
विवाद की शुरुआत तब हुई जब मतुआ समुदाय के एक वर्ग ने मतुआों के नाम हटाए जाने को लेकर शांतनु ठाकुर द्वारा दिए गए एक बयान का विरोध करने का निर्णय लिया। ममता बाला ठाकुर के नेतृत्व में सैकड़ों भक्त हाथों में तख्तियां लेकर शांतनु ठाकुर के आवास के सामने प्रदर्शन करने पहुंचे थे। आरोप है कि इसी दौरान आवास के भीतर से निकले शांतनु समर्थकों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शनकारियों पर हमला बोल दिया। इस झड़प में 'गोसाई' नान्टू हलदार समेत पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
शुरू हो गया आरोप-प्रत्यारोप का दौर
दूसरी ओर, शांतनु ठाकुर के नेतृत्व वाले ऑल इंडिया मतुआ महासंघ ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। महासंघ के महासचिव सुखेंद्र नाथ गाइन ने दावा किया कि गिरफ्तार वरुण विश्वास घटना के समय ठाकुरबाड़ी में मौजूद ही नहीं था। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारियों ने उनके संघधिपति (शांतनु ठाकुर) के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद भक्तों ने केवल विरोध जताया था। इस घटना ने राज्य की राजनीति को गरमा दिया है। गुरुवार को माकपा (CPIM) के पूर्व सांसद अलकेश दास के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने बनगांव अस्पताल जाकर घायल नान्टू हलदार और अन्य भक्तों से मुलाकात की। उन्होंने इस हमले को अलोकतांत्रिक बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की। वर्तमान में ठाकुरबाड़ी के आसपास स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है।