एकीकृत सहायता केंद्र और हेल्पलाइन: संकट में महिलाओं और बच्चों के लिए जीवनरेखा

एकीकृत सहायता केंद्र और हेल्पलाइन: संकट में महिलाओं और बच्चों के लिए जीवनरेखा
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श्री विजयपुरम : महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की "मिशन शक्ति" योजना के तहत केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन द्वारा महिलाओं और बच्चों की सहायता के लिए वन स्टॉप सेंटर की शुरुआत की गई है। ये केंद्र उन महिलाओं और बच्चों को तत्काल, समग्र और एकीकृत सहायता प्रदान करते हैं जो निजी या सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी प्रकार की हिंसा का सामना कर रहे हैं। वन स्टॉप सेंटर में चिकित्सा सहायता, कानूनी सलाह, अस्थायी आश्रय (पांच दिन तक), पुलिस सहायता और मनोवैज्ञानिक परामर्श जैसी आवश्यक सेवाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराई जाती हैं। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में वर्तमान में तीन वन स्टॉप सेंटर संचालित हो रहे हैं —

दक्षिण अंडमान में आयूष अस्पताल के पास जंगलीघाट , उत्तर और मध्य अंडमान के लिए मयाबंदर के जोनल लाइब्रेरी भवन।

इन केंद्रों के साथ-साथ, वीआईपी रोड स्थित सामाजिक कल्याण निदेशालय के अंतर्गत महिला एवं बाल नियंत्रण कक्ष 24x7 आपातकालीन सहायता प्रदान करता है। यहां दो प्रमुख हेल्पलाइन नंबर सक्रिय हैं:

महिला हेल्पलाइन: 181

बाल हेल्पलाइन: 1098

ये हेल्पलाइन नंबर तुरंत सहायता प्रदान करते हैं और पीड़ितों को पुलिस, अस्पताल, वन स्टॉप सेंटर और कानूनी सेवाओं से जोड़ते हैं। साथ ही, यह सरकारी योजनाओं और महिला एवं बाल संरक्षण कार्यक्रमों की जानकारी भी उपलब्ध कराते हैं। ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों सहित सभी समुदायों की महिलाओं और बच्चों के लिए यह सेवाएं सुरक्षा और सहायता का भरोसा देती हैं। वन स्टॉप सेंटर और हेल्पलाइन की मदद से अब तक अनेक मामलों को सफलतापूर्वक सुलझाया गया है, जो प्रशासन की संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।


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