

कोलकाता: लगातार दूसरी बार 6 से 13 नवंबर तक आयोजित होने वाले 31वें कोलकाता अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (KIFF) में कोई भी बांग्लादेशी फिल्म प्रदर्शित नहीं होगी। फिल्म महोत्सव की वेबसाइट के अनुसार, महोत्सव में 39 देशों की 215 फिल्में दिखाई जाएंगी, जिनमें भारत, ग्वाटेमाला, फिलस्तीन, तुर्की, सर्बिया, मिस्र, इराक, पोलैंड और जर्मनी शामिल हैं।
बांग्लादेश की अनुपस्थिति 2024 में वहां हुई राजनीतिक अशांति और द्विपक्षीय संबंधों में तनाव के कारण है। छात्र-नेतृत्व वाली इस उथल-पुथल के बाद शेख हसीना सरकार हट गयी और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस अस्थायी सरकार के प्रमुख बने। KIFF की जूरी सदस्य ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय श्रेणी के लिए बांग्लादेश से केवल थानवीर चौधरी की फिल्म ‘कफ्फारा’ भेजी गई थी, लेकिन यह आवश्यक मानदंडों पर खरा नहीं उतरी।
साल 2022 में मोहम्मद कयूम की ‘कुरा पोक्खिर शुने उड़ा’ को अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का ‘गोल्डन रॉयल बंगाल टाइगर अवार्ड’ मिला था। इस बार महोत्सव में विशेष रूप से महान फिल्मकार ऋत्विक घटक को उनकी शताब्दी पर सम्मानित किया जाएगा और उनकी छह फिल्मों की प्रदर्शनी होगी, जिनमें विभाजन की पीड़ा और संघर्षों को दर्शाया गया है।