

सन्मार्ग संवाददाता
निमता : रंग मिस्त्री के अकाउंट में करोड़ों रुपये के ट्रांजैक्शन हुए, इससे घबराकर उसने अपने अकाउंट को फ्रीज करवा दिया। आरोप है कि उसने अकाउंट को फ्रीज क्यों कर दिया इस पर दो युवकों ने उसके घर पहुंचकर उसे धमकाया और उसे अकाउंट को फिर चालू करने को कहा। इस बीच अकाउंट को लेकर दोनों युवकों द्वारा दी गयी धमकी की सूचना पर निमता थाने की पुलिस पीड़ित के घर पहुंची। पुलिस ने दोनों युवकों से इस बाबत पूछताछ की। इसके बाद जो सामने आया वह चौंकाने वाला था। दरअसल अभियुक्त पीड़ित के अकाउंट का ठगी के रुपयों के ट्रांजैक्शन के लिए इस्तेमाल करते थे और अकाउंट फ्रीज कर दिये जाने से वे रुपये किसी भी माध्यम से नहीं निकाल पा रहे थे। इसके बाद उक्त दोनों अभियुक्तों ने निमता के अलीपुर निवासी उस रंग मिस्त्री को धमकाया। पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ शुरू की। फिर उनकी निशानदेही पर बैंक कर्मी प्रियव्रत घोष उर्फ आकाश को भाटपाड़ा इलाके से गिरफ्तार किया। आकाश उस बैंक का ही पूर्व कर्मचारी है जिसमें रंग मिस्त्री का अकाउंट था। इसके बाद पुलिस ने ठगी के मामले में रिसड़ा से एक और निमता से दो और लोगों को गिरफ्तार किया। कुल 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर बुधवार को पुलिस ने उन्हें बैरकपुर कोर्ट में पेश किया गया जहां से कोर्ट ने उन्हें पुलिस 7 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया। छानबीन में सामने आया है कि अभियुक्तों ने बैंक में अकाउंट खोलवाने की मदद के नाम पर रंग मिस्त्री जैसे साधारण लोगों से उसके दस्तावेज ले लेते थे और अकाउंट खुलने के बाद वे उनके ऑनलाइन बैंकिंग और बैकिंग ट्रांजैक्शन को एक्सेस कर उन्हें सिर्फ सेविंग अकाउंट की जानकारी दे देते थे। इन अकाउंट का इस्तेमाल अभियुक्त साइबर ठगी और ठगे गये रुपयों के ट्रांजैक्शन के लिए इस्तेमाल करते हुए रुपये निकाल लेते थे। आरोप है कि रंग मिस्त्री के खाते में पिछले एक साल से करीब 1 करोड़ 68 लाख रुपये का आदान-प्रदान हुआ था। जब उसने यह देखा तो डर से उसने अपना अकाउंट फ्रीज करवा दिया।