

कोलकाता: भीषण प्राकृतिक आपदा में जिन लोगों के घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उनके लिए ‘बांग्लार बाड़ी' योजना के तहत नये घर बनाने का निर्देश नवान्न ने दिया है। शुक्रवार को उत्तर बंगाल के जिलाधिकारियों के साथ मुख्य सचिव मनोज पंत ने राहत और बचाव कार्यों की प्रगति पर बैठक की।
बैठक में मुख्य सचिव ने बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण का भी जायजा लिया। सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी फिर से उत्तर बंगाल का दौरा करेंगी। इसके पहले जिलाधिकारियों के साथ यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
नवान्न सूत्रों के अनुसार, प्रशासन ने उत्तर बंगाल में आपदा से क्षतिग्रस्त घरों को ‘बांग्लार बाड़ी’ योजना के अंतर्गत लाने की योजना बनायी है। जिला प्रशासन ने प्रारंभिक सर्वेक्षण के जरिए यह भी पता लगाया है कि कितने घर नष्ट हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, ‘आमादेर पाड़ा आमादेर समाधान’ परियोजना के शिविरों में जाकर इस विषय में और जानकारी जुटाई जाएगी, ताकि प्रशासन पूरी तरह से यह तय कर सके कि कहां-कहां घर बनाने की आवश्यकता है। तेजी से कार्य पूरा करने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर वर्क ऑर्डर जारी कर काम शुरू करने को कहा गया है।
सूत्रों का यह भी कहना है कि प्रशासन चाहता है कि जल्द से जल्द शिविरों में रह रहे लोगों के लिए घर बनाए जाएं और उनका पुनर्वास किया जाए। जिन लोगों के आवश्यक सरकारी दस्तावेज भूस्खलन या बाढ़ के कारण नष्ट हो गये हैं, उन्हें भी शीघ्र नये दस्तावेज जारी करने का निर्देश नवान्न ने दिया है।
सूत्रों का यह भी कहना है कि प्रशासन चाहता है कि जल्द से जल्द शिविरों में रह रहे लोगों के लिए घर बनाए जाएं और उनका पुनर्वास किया जाए। जिन लोगों के आवश्यक सरकारी दस्तावेज भूस्खलन या बाढ़ के कारण नष्ट हो गये हैं, उन्हें भी शीघ्र नये दस्तावेज जारी करने का निर्देश नवान्न ने दिया है।