नागेरबाजार पुलिस की बड़ी सफलता, घर में हुई चोरी की गुत्थी सुलझी

भारी मात्रा में सोना और नकदी बरामद
Nagerbazar police achieve major success, solve house burglary case.
बरामद किये गये आभूषणों व नकदी को दिखाती पुलिस
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नि​धि, सन्मार्ग संवाददाता

दमदम: उत्तर 24 परगना जिले के नागेरबाजार थाना पुलिस ने एक मकान में हुई बड़ी चोरी के मामले का खुलासा करते हुए एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने न केवल आरोपी को सलाखों के पीछे पहुँचाया, बल्कि उसके पास से चोरी किए गए सोने के कीमती आभूषण और नकद राशि भी बरामद कर ली है। इस सफलता से इलाके के निवासियों ने राहत की सांस ली है।

क्या थी घटना?

मामले की शुरुआत 8 दिसंबर 2025 को हुई थी, जब जेसोर रोड स्थित भगवती पार्क निवासी देबोलीना बनिक ने नागेरबाजार थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि जब वे अपने घर में नहीं थीं या परिवार के सदस्य सो रहे थे, तब अज्ञात बदमाशों ने उनके कमरे में प्रवेश किया। चोरों ने कमरे में रखी अलमारी का ताला तोड़कर वहां रखे लगभग 90 ग्राम सोने के आभूषण और 10,000 रुपये नकद पर हाथ साफ कर दिया। घर में हुई इस बड़ी चोरी के बाद इलाके में असुरक्षा का माहौल पैदा हो गया था।

पुलिस की सक्रियता और गिरफ्तारी

मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए नागेरबाजार थाना प्रभारी के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई। जांच की कमान एएसआई (ASI) राजेश विश्वास को सौंपी गई। पुलिस ने घटना स्थल का मुआयना किया और स्थानीय सीसीटीवी फुटेज एवं गुप्त सूचनाओं के आधार पर संदिग्धों की तलाश शुरू की। कड़ी मशक्कत के बाद, 20 दिसंबर को पुलिस ने नदिया जिले के कल्याणी थाना अंतर्गत माझेरचर निवासी कार्तिक सरकार (43) को गिरफ्तार किया।

रिमांड के दौरान बड़ी बरामदगी

गिरफ्तारी के बाद आरोपी कार्तिक सरकार को बैरकपुर अदालत में पेश किया गया, जहाँ से जांच अधिकारी राजेश विश्वास ने चोरी किए गए सामान की रिकवरी के लिए उसे पुलिस रिमांड (PC) पर लिया। पुलिस हिरासत में कड़ी पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना गुनाह स्वीकार कर लिया और सामान छिपाने के ठिकाने की जानकारी दी।

पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर छापेमारी करते हुए उसके कब्जे से लगभग 84 ग्राम सोने के आभूषण और 4,444 रुपये नकद बरामद किए हैं। हालांकि चोरी गई कुल राशि और सोने के वजन में मामूली अंतर है, लेकिन पुलिस इसे एक बड़ी कामयाबी मान रही है।

जांच का दायरा

पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या कार्तिक सरकार अकेले ही इस तरह की घटनाओं को अंजाम देता था या उसके साथ कोई संगठित गिरोह काम कर रहा है। साथ ही, उसके पुराने आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं ताकि यह पता चल सके कि दमदम और नागेरबाजार इलाके में हुई अन्य चोरियों में भी क्या उसकी कोई संलिप्तता थी।

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