सन्मार्ग संवाददाता
नदिया: कालीगंज उपचुनाव के नतीजों वाले दिन हुए बम विस्फोट में एक किशोरी की मौत हो गई थी। इस घटना के प्रतिवाद में एसएफआई और वामपंथी युवा कार्यकर्ता, समर्थक मंगलवार को कृष्णानगर में सड़कों पर उतर आए। उस घटना के पीछे सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी और उन्हें कड़ी सजा दी जाने की मांग उन्होंने की। इस क्रम में कृष्णानगर में पुलिस अधीक्षक कार्यालय अभियान भी किया गया जिसको केंद्र कर एसपी कार्यालय के सामने अफरा-तफरी मच गई। आरोप है कि प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रोकने की कोशिश की जिसे तोड़कर प्रदर्शनकारी आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे। इस दौरान दोनों पक्षों में धक्का मुक्की हुई। पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया। उल्लेखनीय है कि बम के हमले से मारी गयी तमन्ना खातून की मां ने भी पुलिस अधीक्षक से मिलकर अभियुक्तों की गिरफ्तारी और उन्हें उचित सजा देने की मांग की। पुलिस ने उन्हें इसका आश्वासन दिया। हालांकि उसी दिन एसएफआई और डीवाईएफआई ने कृष्णानगर एसपी कार्यालय घेराव का आह्वान किया था जिसके तहत इस दिन यह अभियान किया गया। पुलिस अधीक्षक कार्यालय घेराव अभियान के दौरान इस दिन 4 लोग घायल हो गये जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।