
सन्मार्ग संवाददाता
नदिया: ईरान-इजराइल युद्ध में एक के बाद एक मिसाइल हमले जारी हैं और ऐसे में बंगाल के विभिन्न इलाकों से ईरान, इजरायल में गये लोगों के घरवालों की चिंता भी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। नदिया के तेहटट्, बेताई इलाके से सैकड़ों लोग दोनों देशों में काम करने गये हैं और वहीं फंस गये हैं। उनके परिवारवालों ने जहां प्रशासन से उनके लोगों की सुरक्षित घर वापसी की गुहार लगायी है वहीं शांतिपुर के दो परिवारों ने मंगलवार को ईरान में फंसे 3 युवकों की घर वापसी को लेकर इसदिन मीडिया के माध्यम से प्रशासन के समक्ष अपनी मांग रखी। अमीरुल शेख, अशरफुल शेख और सबर अली काम के लिए ईरान गए थे। बताया जा रहा है कि ये तीनों युवक फिलहाल वहीं फंसे हुए हैं। वे कब लौटेंगे? फिलहाल परिजनों को इसका कोई अंदाजा नहीं है। कुछ दिन पहले दोनों परिवारों ने मोबाइल फोन पर उनसे संपर्क किया था मगर अब उनसे परिवार की कोई बात नहीं हो पा रही है। शांतिपुर थाने के गोपालपुर मेलर गली इलाके के रहने वाले दो भाई अमीरुल शेख और अशरफुल शेख एक साल पहले काम के लिए ईरान गए थे। बताया जा रहा है कि वे उस देश में सोने की दुकान में काम करते हैं। उनके जीवन में सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन ईरान और इजरायल के बीच युद्ध शुरू होने के बाद पूरी स्थिति बदल गई। दोनों देश मिसाइल हमले कर रहे हैं। युद्ध शुरू होने के बाद से ही हवाई क्षेत्र बंद है। नतीजतन घर लौटने को लेकर अनिश्चितता है। अमीरुल और अशरफुल की पत्नी, बच्चे और अन्य सदस्य शांतिपुर स्थित अपने घर पर हर दिन टीवी पर युद्ध की खबरें देख रहे हैं जिससे उनकी चिंता बढ़ती जा रही है।