

कोलकाता: मध्यप्रदेश में कार्बाइड गन (पटाखा) हादसे में 14 बच्चों की आंखें क्षतिग्रस्त होने के बाद अब इसी तरह की घटना उत्तर बंगाल के मालदा जिले से सामने आयी है। जानकारी के अनुसार, कार्बाइड गन फोड़ने के दौरान कम से कम 10 बच्चे घायल हुए हैं, जिनमें से कई की आंखों की रोशनी जाने की आशंका है। इस घटना से राज्य प्रशासन चिंतित है।
सूत्रों के अनुसार, राज्य सचिवालय नवान्न ने मालदा जिला प्रशासन से तत्काल रिपोर्ट तलब की है। यह जानने के लिए सवाल उठाए गए हैं कि बच्चों के हाथों में यह खतरनाक पटाखा कैसे पहुंचा, इसकी आपूर्ति कौन कर रहा है और अभिभावक इस बारे में कितने जागरूक हैं। नवान्न के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दीपावली के समय प्रशासन पहले से ही प्रदूषण को लेकर चिंतित रहता है और अब यह कार्बाइड गन का नया खतरा इसे और बढ़ा रहा है।
जानकारी के अनुसार, यह गन मूल रूप से बंदरों को भगाने के लिए इस्तेमाल की जाती थी, लेकिन अब यह फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसी ऑनलाइन साइट्स पर खुलेआम बिक रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि किशोर उम्र के बच्चे फिल्मों के प्रभाव में आकर इस तरह के खतरनाक प्रयोग कर रहे हैं। राज्य प्रशासन जल्द ही स्वास्थ्य विभाग और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर इस पर सख्त कदम उठाने की तैयारी में है।