अमरावती/ हैदराबाद/ भुवनेश्वर : भीषण चक्रवात 'मोंथा' कमजोर होकर बुधवार को एक चक्रवाती तूफान में बदल गया और आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना से आगे बढ़ते हुए इसने ओडिशा में दस्तक दी। तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के कुछ हिस्सों में मुसलाधार बारिश हुई। सड़कें जलमग्न हो गईं और कई स्थानों पर पेड़ उखड़ गए। आंध्र प्रदेश में एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि एहतियाती उपायों से नुकसान को कम करने में मदद मिली। यह तूफान पड़ोसी आंध्र प्रदेश के तट से बीती रात गुजरा। तेलंगाना में वारंगल, महबूबाबाद, यदाद्री भुवनगिरी, जंगांव, सूर्यापेट, नलगोंडा, नागरकर्नूल और सिद्धिपेट समेत कई जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई।
नायडू बोले : नायडू ने कहा कि क्षतिग्रस्त बिजली अवसंरचना को बहाल करने के लिए 10,000 लोगों को तैयार रखा गया है और वादा किया कि बुधवार दोपहर तक सामान्य स्थिति बहाल कर दी जाएगी। इस बीच मुख्यमंत्री ने चक्रवात प्रभावित स्थानों का हवाई दौरा शुरू किया। विज्ञप्ति में कहा गया है कि वह बापटला, पालनाडू, कृष्णा, कोनासीमा और एलुरु जिलों का दौरा करेंगे। मुख्यमंत्री ने चक्रवात प्रभावित लोगों को अधिक राहत देने के लिए पूरे सरकारी तंत्र से अगले दो दिन तक अपने प्रयास जारी रखने का आह्वान किया। नायडू ने कहा कि अगर हम अगले दो दिन तक इसी तरह काम करते हैं तो हम लोगों को बहुत राहत दे सकते हैं। चक्रवात के कारण दो लोगों की मौत हुई है।
तेलंगाना में तूफान का असर : तेलंगाना के नलगोंडा जिले के कोमापल्ली स्थित राज्य संचालित आवासीय विद्यालय में जलभराव होने के बाद लगभग 500 छात्रों और 26 शिक्षण एवं गैर-शिक्षण कर्मचारियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) के एक अधिकारी ने बताया कि महबूबाबाद जिले के डोर्नाकल रेलवे स्टेशन पर पटरियों पर पानी भर गया। रेलवे की एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि डोर्नाकल यार्ड में जलभराव के कारण सात यात्री ट्रेनें रद्द कर दी गईं, जबकि कुछ अन्य ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द या मार्ग परिवर्तित किया गया। टीवी चैनलों पर दिखाए गए दृश्यों में खम्मम जिले में एक ट्रक और उसका चालक उफनती धारा में बहते दिखे।
ओडिशा में असर : भीषण चक्रवात 'मोंथा' कमजोर होकर एक चक्रवाती तूफान में बदल गया और पड़ोसी आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना से आगे बढ़ गया, जिसके चलते ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर सहित राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई। विशेष राहत आयुक्त कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि विभिन्न जिलों से भूस्खलन, पेड़ों के उखड़ने और घरों को नुकसान की कई घटनाएं सामने आई हैं। मौसम विभाग के अनुसार राज्य के तटीय क्षेत्र में 30 किलोमीटर प्रति घंटा से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार वाली हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। इन क्षेत्रों में खुर्दा, कटक, पुरी, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जैसे जिले शामिल हैं। सबसे अधिक 105 मिलीमीटर बारिश मयूरभंज जिले में, इसके बाद बालासोर में 93.5 मिलीमीटर, खुर्दा में 90 मिलीमीटर और चांदबाली में 74.4 मिलीमीटर दर्ज की गई है।