नयी दिल्ली : मौसम विभाग ने शनिवार को कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा इस समय बठिंडा, फतेहाबाद, पिलानी, अजमेर, डीसा और भुज से गुजर रही है। आने वाले तीन से चार दिनों में गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों से भी मानसून की विदाई होने की संभावना है हालांकि उत्तर अंडमान सागर और म्यांमार तट के ऊपर एक ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार सक्रिय है। यह प्रणाली 22 सितंबर तक उत्तर बंगाल की खाड़ी तक पहुंच सकती है। इसके अलावा, 25 सितंबर के आसपास म्यांमार-बांग्लादेश तट के पास पूर्व-मध्य और उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं। इन मौसमी गतिविधियों के कारण पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में बारिश का दौर और तेज हो सकता है।
ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी
मौसम विभाग के अनुसार देश के विभिन्न हिस्सों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है। जिसके चलते मध्य भारत में बादल और बारिश हो सकती है। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ इस समय मध्य स्तरों पर उत्तर में सक्रिय है, जिसकी वजह से हिमालयी क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। विभाग ने चेताया है कि बारिश के साथ-साथ अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज तूफानी हवाएं चलने और बिजली गिरने की आशंका जतायी है। वहीं तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल तथा पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से तेज हवाएं चलने और तूफानी गतिविधियाें के आसार हैं।