पटना/सिवान : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार को आत्मनिर्भर भारत का मजबूत इंजन बनाने का संकल्प दोहराते हुए 5,900 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की ‘चुनावी सौगात’ दी और उम्मीद जतायी कि भारत के विश्व की ‘तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था’ के रूप में उभरने में बिहार की भावी ‘बड़ी भूमिका’ निभायेगा।
एक महीने में दूसरा दौरा
इस साल के पांचवें और एक महीने में दूसरे दौरे के तहत सिवान पहुंचे प्रधानमंत्री ने 28 परियोजनाओं की शुरुआत करने और वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद अपने लगभग 45 मिनट के संबोधन में आगामी विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व वाले विपक्ष द्वारा ‘बिहार के आर्थिक संसाधनों पर फिर से कब्जा करने के प्रयासों’ के प्रति लोगों को आगाह किया।
राजद पर निशाना
उन्होंने वंचित जातियों, दलितों, ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) और ईबीसी (अति पिछड़ा वर्ग) सहित विपक्ष खास तौर से राजद के वोट बैंक माने जाने वाले तबकों को इंगित करते हुए बाबा साहब भीम राव अंबेडकर का कथित रूप से अपमान करने के लिए राजद की आलोचना की और कहा कि बिहार के लोग दलितों के इस आदर्श का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। मोदी ने राजद और उसकी सहयोगी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अंबेडकर वंशवाद के खिलाफ थे लेकिन उन्हें (राजद और उसके सहयोगियों को) यह पसंद नहीं है। उन्होंने राजद प्रमुख लालू प्रसाद का नाम लिये बगैर कहा कि 70 वर्षीय बीमार व्यक्ति के पैरों के पास अंबेडकर का चित्र रखा गया था, जिसका विरोध भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) कर रहा है।
गिनायी सरकार की 11 साल की उपलब्धियां
प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की 11 साल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि केंद्र की राजग सरकार ने गरीबों के रास्ते में आने वाली हर बाधा को दूर करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया है। हम ऐसे प्रयास जारी रखेंगे। कड़ी मेहनत के अच्छे परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में रिकॉर्ड 25 करोड़ भारतीयों को गरीबी रेखा से ऊपर लाया गया है और भारत की इस उपलब्धि की विश्व बैंक जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं ने भी सराहना की है।
‘इंडिया’ ने लोकलुभावन वादों पर ताना
प्रधानमंत्री ने विपक्षी ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरा आत्मविश्वास आप लोगों की दृढ़ता से उपजा है, जिन्होंने कई साल पहले ‘जंगल राज’ को खत्म कर दिया था। उन्होंने विधानसभा चुनावों के दौरान राजद-कांग्रेस गठबंधन द्वारा किये गये कई लोकलुभावन वादों का संदर्भ देते हुए कहा कि युवा पीढ़ी ने शायद इतना ही सुना होगा कि ‘जंगल राज’ के लिए जिम्मेदार लोगों ने राज्य को किस हालत में छोड़ा था। उन्होंने दावा किया कि राजग ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से काम कर रहा है जबकि इसके उलट विपक्ष ‘परिवार के साथ, परिवार का विकास’ के लिए खड़ा है, जो बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा हमें दिए गए संविधान की भावना के खिलाफ है।
परियोजनाओं की शुरुआत
इस समारोह में प्रधानमंत्री ने 5,900 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 28 परियोजनाओं की शुरुआत की। उन्होंने राज्य की राजधानी पटना के स्टेशन पाटलिपुत्र से और पड़ोसी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के बीच ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ की शुरुआत हरी झंडी दिखाकर की। उन्होंने 400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित नयी वैशाली-देवरिया रेलवे लाइन परियोजना का उद्घाटन किया और इस मार्ग पर एक नयी ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाई। गंगा नदी के संरक्षण और कायाकल्प के लिए प्रतिबद्धता के अनुरूप प्रधानमंत्री ने क्षेत्र के लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए 1,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली नमामि गंगे परियोजना के तहत छह मलजल शोधन संयंत्र (एसटीपी) का उद्घाटन किया।