

कोलकाता: प्रेसिडेंसी करेक्शनल होम में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। जेल में बंद एक विचाराधीन कैदी के पास से मोबाइल फोन बरामद होने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। यह मामला उस समय सामने आया जब हाल ही में एसएसकेएम अस्पताल से फरार हुए विचाराधीन कैदी अरूप धर द्वारा मोबाइल फोन इस्तेमाल किए जाने की जानकारी मिली।
सूत्रों के अनुसार, अरूप धर, जो एक आपराधिक मामले में विचाराधीन था, 9 अक्टूबर 2025 को इलाज के लिए कोलकाता स्थित एसएसकेएम अस्पताल के मैकेंजी वार्ड में लाया गया था। इलाज के दौरान वह पुलिस की निगरानी से फरार हो गया। इसके बाद जब मामले की जांच शुरू हुई, तो इनपुट मिला कि अरूप धर फरारी से पहले और दौरान मोबाइल फोन का उपयोग कर रहा था।
उक्त सूचना के आधार पर 10 अक्टूबर की शाम करीब 7:45 बजे जेल सुपरिंटेंडेंट की निगरानी में प्रेसिडेंसी जेल में तलाशी अभियान चलाया गया। तलाशी के दौरान वार्ड नंबर 15 में बंद विचाराधीन कैदी शेख समीर हुसैन उर्फ सब्बो के सामान से एक मोबाइल फोन बरामद किया गया। जेल सूत्रों का मानना है कि इसी फोन का इस्तेमाल अरूप धर ने किया था और उसे जेल से बाहर भागने में इससे मदद मिली।
प्रशासन अब यह जानने की कोशिश कर रहा है कि यह मोबाइल फोन जेल के अंदर कैसे पहुंचा। क्या इसमें किसी जेल कर्मी की भूमिका थी, या फिर यह किसी अन्य माध्यम से कैदी तक पहुंचा—यह भी जांच का विषय है। इस पूरे मामले को लेकर संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस ने मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि फरार कैदी अरूप धर को खड़दह इलाके से दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना ने एक बार फिर जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।