

सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : केन्द्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री ने भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, एमएसजेएंडई द्वारा ब्रुक्शाबाद में शुरू किए गए प्रधानमंत्री दिव्यांग केंद्र (पीएमडीके) का उद्घाटन किया तथा दिव्यांग व्यक्तियों को सहायक उपकरण वितरित किए। प्रधानमंत्री दिव्यांग केंद्र दिव्यांग व्यक्तियों और वरिष्ठ नागरिकों को सहायक उपकरण और सेवाएं प्रदान करने के लिए स्थापित केंद्र हैं। इन केंद्रों का उद्देश्य दिव्यांग व्यक्तियों को सहायता (एडीआईपी) और राष्ट्रीय वयोश्री योजना (आरवीवाई) योजनाओं की पहुंच में सुधार करना है, ताकि सहायक उपकरण और सहायक उपकरण आसानी से उपलब्ध कराए जा सकें। इस अवसर पर अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के सांसद विष्णु पद रे, सामाजिक कल्याण सचिव एल. कुमार, दक्षिण अंडमान के उपायुक्त अर्जुन शर्मा, एलिम्को के अधिकारी और दिव्यांगजनों के माता-पिता उपस्थित थे। अपने संबोधन में मंत्री ने कहा कि अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में प्रधानमंत्री दिव्यांग केंद्र की शुरुआत से दिव्यांग लोगों को काफी मदद मिलेगी। मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार दिव्यांग व्यक्तियों को अधिक सक्षम और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्हें अब दूसरों पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है।
मंत्री ने यह कहा
इसे लेकर मंत्री ने कहा कि ये सहायक उपकरण उनकी गतिशीलता को आसान बनाएंगे और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करेंगे। उन्होंने कहा कि सम्मान और सशक्तीकरण के महत्व को पहचानते हुए प्रधानमंत्री ने “विकलांग” शब्द को “दिव्यांग” से बदल दिया है। सरकार ने दिव्यांग व्यक्तियों के शैक्षिक, सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए विभिन्न पहल की है। उन्होंने आगे बताया कि अब तक पूरे देश में 70 केंद्र खोले जा चुके हैं और श्री विजयपुरम में नए केंद्र का उद्घाटन 71वां केंद्र है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के लाभ के लिए 300 से अधिक प्रधानमंत्री दिव्यांग केंद्र खोले जाएंगे। उन्होंने दिव्यांगजनों के जीवन को बेहतर बनाने और 31 लाख दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्रदान करने के प्रधानमंत्री के सपने को पूरा करने के लिए एलिम्को के अधिकारियों को भी धन्यवाद दिया। अपने संबोधन में सांसद, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह ने मुख्य अतिथि के रूप में इस केंद्र के उद्घाटन के लिए मंत्री को धन्यवाद दिया, जो उन्होंने कहा कि अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के दिव्यांगजनों के लिए एक बड़ी मदद होगी। उन्होंने आगे सीआरसी ब्रुक्शाबाद में आने वाले दिव्यांगजनों के लिए अन्य सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने का आग्रह किया।
दिव्यांग बच्चों ने सांस्कृतिक प्रदर्शन से दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध
सीआरसी के दिव्यांग बच्चों द्वारा एक जीवंत और मार्मिक सांस्कृतिक प्रदर्शन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया तथा दिव्यांग बच्चों की प्रतिभा को उजागर किया। कलाकारों की ऊर्जा और उत्साह ने सभी गणमान्य व्यक्तियों और उपस्थित लोगों को गहराई से प्रभावित किया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण सहायक उपकरणों का वितरण था, जिसमें श्रवण बाधितों के लिए श्रवण यंत्र, चलने-फिरने में अक्षम दिव्यांगों के लिए गतिशीलता यंत्र और दृष्टि बाधितों के लिए दृष्टि बाधित किट (स्मार्ट फोन और सहायक उपकरण) शामिल थे, कुल 34 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया। ये उपकरण मंत्री द्वारा व्यक्तिगत रूप से सौंपे गए, जो प्रत्येक प्राप्तकर्ता के लिए सम्मान, समर्थन और सशक्तीकरण का क्षण था। सभा का स्वागत करते हुए सुमितमोल एस, निदेशक, सीआरसी अंडमान और निकोबार द्वीप समूह ने पूरे क्षेत्र में दिव्यांगजनों के उत्थान और कल्याण के प्रति सीआरसी की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।