

सन्मार्ग संवाददाता
खड़गपुर : पश्चिम मिदनापुर जिले के खड़गपुर में आयोजित तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विजया सम्मेलन के दौरान राज्य सरकार के मंत्री और सबंग के विधायक डॉ. मानसरंजन भुइयां अपनी ही पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर जमकर बरसे। रविवार की शाम खड़गपुर टाउन टीएमसी की ओर से मथुराकाटी मैदान में आयोजित इस सम्मेलन में मंत्री ने तीखे लहजे में पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी और विधानसभा चुनाव में हार को लेकर सवाल उठाए।
कार्यक्रम में मंत्री मानसरंजन भुइयां के अलावा खड़गपुर ग्रामीण के विधायक दिनेन राय, टीएमसी मिदनापुर सांगठनिक जिला अध्यक्ष सुजय हाजरा, खड़गपुर नगरपालिका की चेयरपर्सन कल्याणी घोष, पूर्व चेयरमैन रविशंकर पांडे, जवाहर लाल पाल और देवाशीष चौधरी समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।
अपने भाषण में मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विधानसभा चुनाव में टीएमसी की हार के पीछे पार्टी के ही कुछ नेताओं और कार्यकर्ताओं की निष्क्रियता और गुटबाजी जिम्मेदार रही है। उन्होंने कहा कि “पार्टी में कुछ लोग ऐसे हैं जो दिखावे के लिए पार्टी के प्रति निष्ठावान नजर आते हैं, लेकिन जब असल चुनाव की घड़ी आती है तो पीछे हट जाते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि ये वही लोग हैं जो नगरपालिका चुनावों में खुद जीत जाते हैं, लेकिन जब विधानसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवार को जिताने की बात आती है, तो उनका योगदान नगण्य रहता है।
मंत्री मानसरंजन ने कार्यकर्ताओं को संगठन को मजबूत करने, आपसी मतभेद भुलाकर एकजुट होकर काम करने, और आगामी चुनावों में टीएमसी को फिर से जीत दिलाने की अपील की। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कार्यकर्ता गुटबाजी और अंदरूनी खींचतान में लगे रहेंगे, तो पार्टी को नुकसान ही होगा।
उल्लेखनीय है कि इसके एक दिन पहले शनिवार को तालबगीचा में आईएनटीटीयूसी द्वारा आयोजित विजया सम्मेलन में भी मंत्री भुइयां ने पार्टी के आंतरिक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी थी। उनका यह रुख बताता है कि पार्टी के अंदर मंथन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और आने वाले 2026 के विधानसभा चुनाव को लेकर टीएमसी अब और अधिक सतर्क और संगठित होना चाहती है।
मंत्री की इस तल्ख टिप्पणी से यह साफ हो गया कि पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व में स्थानीय स्तर पर हो रही लापरवाही को लेकर गंभीर चिंता है, और अब समय आ गया है कि सभी नेता और कार्यकर्ता पार्टी हित को सर्वोपरि रखते हुए एकजुट होकर काम करें।