

सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राज्य के कई सरकारी स्कूल शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं। यह समस्या शिक्षा क्षेत्र के लिए एक बड़ी चुनौती है। ऐसे तो सरकार ने 40 छात्रों पर एक शिक्षक की नियुक्ति करने का नियम बना रखा है, लेकिन बंगाल के कई स्कूलों में इस नियम के तहत विद्यालय नहीं चल रहे हैं। इसका जीता जागता उदाहरण सरकारी मान्यता प्राप्त मटियाब्रुज विधानसभा के नॉर्थ आंकड़ा बड़तल्ला रवींद्रननगर के सर्वोदय हिंदी विद्यालय हाई स्कूल है। इसकी स्थापना 2010 में जूनियर हाई स्कूल के तौर पर हुई थी। इसके बाद विधायक के सफल प्रयास से स्कूल को हाई स्कूूल की मान्यता वर्ष 2020 में मिली है। विद्यालय में फिलहाल करीब 600 विद्यार्थी हैं। स्थायी शिक्षकों की संख्या मात्र 2 ही हैं। हिंदी स्कूल में स्थायी हिंदी टीचर ही नहीं है। इस वजह से स्कूल में बच्चों का पठन-पाठन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। मटियाब्रुज विधानसभा के विधायक अब्दुल खालेक मोल्ला ने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों की कमी का मुद्दा विधानसभा में मुद्दा मंगलवार को उठाया है।
स्कूल की टीआईसी और वरिष्ठ टीचर ने यह कहा
स्कूल की टीआईसी वैशाखी लाहा और वॉलेंटियर वरीय टीचर विक्रमादित्य पात्रा ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षकों की कमी के कारण इस स्कूल में पठन-पाठन बुरी तरह प्रभावित हो हो रहा है। फिलहाल बच्चों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए बाहर से 8 वाॅलेंटियर टीचरों की मदद से पठन-पाठन का कार्य जारी है, जो अस्थायी हैं। फिलहाल स्कूल में स्थायी टीचर संजुक्ता कर गायन इंग्लिश पढ़ाती हैं। स्कूल में टीचरों और दो नॉन टीचिंग स्टाफ की कमी को लेकर रेजोल्यूशन विकास भवन में भेजा गया है। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है। विद्यालय में अधिकतर गरीबों तबके के बच्चे आते हैं। फिलहाल स्कूल में 10 टीचर और 3 नॉन टींचिंग स्टॉफ की जरूरत है। स्कूल में कक्षा 6 से लेकर 10 तक की पढ़ाई होती है। स्कूल की जरूरत की बात करें तो फिलहाल स्कूल में लेबोरेट्री, स्पोर्ट्स आइटम और एक बिल्डिंग की जरूरत है। स्कूल के अधिकतर बच्चे माध्यमिक पास करने के बाद अधिक दूरी पर उच्च माध्यमिक की शिक्षा प्राप्त करने लिए नहीं जा पाते हैं। इस कारण कई छात्र स्कूल छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं। वरिष्ठ टीचर बप्पादित्य ने आगे बताया कि स्थानीय विधायक अब्दुल खालेक मोल्ला और स्थानीय समाज सेवी हरिमोहन सिंह व अन्य लोगों के सफल प्रयास से स्कूल में कुछ विकास कार्य हुए हैं।
मटियाब्रुज के विधायक ने यह कहा
मटियाब्रुज के विधायक अब्दुल खालेक मोल्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि मैंने सर्वोदय हिंदी विद्यालय को जूनियर हाई से हाई के रूप में मान्यता 2020 में दिलवायी है। फिलहाल विद्यालय में करीब 600 विद्यार्थी पढाई कर रहे हैं। टीचरों की कमी मुझे कचोटती है। मैंने स्कूल की बांडड्री वाल और बेंच टेबल देकर सहयाेग किया है। स्कूल में टीचरों की बहाली होनी चाहिए।