मेट्रिमोनियल साइट पर ठगी का मास्टरमाइंड गिरफ्तार

हुगली में ऑनलाइन ठगी का पहला बड़ा मामला उजागर
हुगली ग्रामीण पुलिस के एएसपी कल्याण सरकार प्रेस  कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए
हुगली ग्रामीण पुलिस के एएसपी कल्याण सरकार प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए, साथ में हैं कई अन्य अधिकारी
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सतीश, सन्मार्ग संवाददाता

हुगली : हुगली ग्रामीण पुलिस ने मैट्रिमोनियल साइट के जरिए धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड जमीर अब्बास (37) को मंदारमणि के एक रिसॉर्ट से गिरफ्तार किया है। एडिशनल एसपी कल्याण सरकार ने प्रेस वार्ता में बताया कि खानाकुल निवासी जमीर फर्जी नाम अनुपम राय का उपयोग कर हाई-प्रोफाइल व्यवसायी बनकर युवतियों को ठगता था। पुलिस के अनुसार, इस गिरोह ने अब तक लगभग दो करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। जांच जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कितने लोग इसके जाल में फंसे। मई 2025 में हुगली की एक युवती ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज की। उसने बताया कि एक मैट्रिमोनियल साइट पर उसकी मुलाकात अनुपम राय नामक व्यक्ति से हुई, जिसने खुद को सफल व्यवसायी बताया। विवाह प्रस्ताव के बाद दोनों परिवारों के बीच संपर्क बढ़ा और आरोपी ने विश्वास जीत लिया। जनवरी 2025 में उसने दावा किया कि जीएसटी और आयकर विवाद के कारण उसके खाते सील हो गए हैं और उसे तत्काल आर्थिक सहायता चाहिए। भरोसे में आकर युवती और उसके परिवार ने पांच अलग-अलग खातों में कुल 44 लाख रुपये ट्रांसफर किए। रकम प्राप्त करने के बाद आरोपी ने प्रोफाइल डिलीट कर संपर्क तोड़ लिया। ठगी का एहसास होने पर परिवार ने मई 2025 में शिकायत दर्ज की। जांच में पता चला कि आरोपी का असली नाम जमीर अब्बास है। जुलाई 2025 में पुलिस ने गिरोह के दो अन्य सदस्यों—अभिषेक राय (देवघर, झारखंड) और जाहिर अब्बास (खानाकुल)—को गिरफ्तार किया। ये दोनों जमीर के “मैनेजर” के रूप में ठगी नेटवर्क संचालित करते थे। जमीर को चंदननगर कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया। डीएसपी अग्नीश्वर चौधरी और साइबर थाना प्रभारी कौशिक सरकार ने बताया कि यह हुगली में मैट्रिमोनियल साइट के जरिए धोखाधड़ी का पहला बड़ा मामला है। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।

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