

निधि, सन्मार्ग संवाददाता
उत्तर दमदम: उत्तर 24 परगना जिले के बिराटी स्टेशन के समीप स्थित ऐतिहासिक यदुबाबू बाजार में सोमवार तड़के लगी भीषण आग ने तबाही का मंजर पैदा कर दिया। इस दुखद घटना में बाजार की लगभग 190 दुकानें पूरी तरह जलकर खाक हो गई हैं। साल 2025 के अंतिम दिनों में हुए इस हादसे ने सैकड़ों परिवारों की आजीविका को संकट में डाल दिया है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, आग सोमवार सुबह तड़के लगी, जब बाजार बंद था। चूंकि बाजार की अधिकांश दुकानें टिन की छतों और लकड़ी के ढांचों से बनी थीं, इसलिए आग ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप धारण कर लिया। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की 7 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। दमकलकर्मियों को आग पर काबू पाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि आग बुझा ली गई, लेकिन कई घंटों तक 'पॉकेट फायर' (छिटपुट आग) को बुझाने का काम चलता रहा।
हादसे के बाद बाजार का नजारा दिल दहला देने वाला था। अपनी उम्र भर की कमाई को राख में तब्दील होते देख कई व्यापारी फूट-फूट कर रोने लगे। इलेक्ट्रिक सामान की दुकान चलाने वाली नुपूर चक्रवर्ती ने सिसकते हुए बताया, "मेरी दुकान में अब कुछ नहीं बचा है, सिर्फ राख और जला हुआ लोहा शेष है। साल खत्म होने वाला था और हमने नए स्टॉक के लिए काफी निवेश किया था, सब बर्बाद हो गया।" व्यापारियों ने इस पूरी घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि आग लगने के वास्तविक कारणों का पता चल सके।
प्रारंभिक जांच और स्थानीय निवासियों के अनुसार, यदुबाबू बाजार में अग्नि-निवारण (Fire Safety) की कोई ठोस व्यवस्था नहीं थी। दुकानों के आपस में सटे होने और ज्वलनशील सामग्रियों की मौजूदगी ने आग को फैलने में मदद की। दमकल अधिकारियों का कहना है कि संकरी गलियों के कारण गाड़ियों को बाजार के भीतर तक ले जाने में भी काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
घटना की सूचना मिलते ही उत्तर दमदम नगर पालिका के चेयरमैन विधान विश्वास कई पार्षदों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और प्रभावित दुकानदारों से बात की। चेयरमैन ने कहा, "यह एक अत्यंत दुखद घटना है। चूंकि यह बाजार नगर पालिका के अधिकार क्षेत्र में आता है, इसलिए हमारी जिम्मेदारी है कि हम इन व्यापारियों को दोबारा खड़ा करें। हम व्यापारियों के पुनर्वास के लिए हर संभव कदम उठाएंगे और उन्हें प्रशासनिक सहायता प्रदान करेंगे।"
चेयरमैन ने दमकल विभाग और पुलिस प्रशासन से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करने का अनुरोध किया है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी या इसके पीछे कोई अन्य कारण था। फिलहाल, पूरा इलाका शोक और सन्नाटे में डूबा हुआ है।