आखिर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस्तीफा दे ही दिया

पार्टी के 12 विधायक, स्पीकर हो गये थे खिलाफ!
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इंफाल : पिछले 21 महीने से जातीय हिंसा झेल रहे मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने पार्टी विधायकों और सत्तारूढ़ गठबंधन के घटक दलों के बढ़ते दबाव के बीच आखिरकार रविवार शाम राजभवन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंप दिया। बताया जाता है कि न केवल पार्टी के 12 विधायक बल्कि विधानसभा अध्यक्ष भी उनसे नाराज चल रहे थे।

नये नेता का चुनाव एक-दो दिन में
भाजपा सूत्रों ने बताया कि नये नेता का चुनाव एक-दो दिन में कर लिया जायेगा। राज्यपाल को इस्तीफा सौंपते वक्त सिंह के साथ भाजपा और एनपीएफ के 14 विधायक, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ए शारदा और भाजपा के वरिष्ठ नेता संबित पात्रा भी थे। उन्होंने रविवार को ही केंद्रीय गृहमंत्री से मुलाकात की थी। यह घटनाक्रम उनके दिल्ली से लौटने के कुछ ही घंटों बाद हुआ है।

सोमवार को बुलायी थी विधायकों की बैठक

सिंह ने 10 फरवरी से शुरू हो रहे विधानसभा के आगामी सत्र के सिलसिले में मुख्यमंत्री सचिवालय में भाजपा के नेतृत्व सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों के साथ शनिवार को बैठक की थी।

पद छोड़ने के लिए मजबूर हुए!
सूत्रों के अनुसार सिंह ने राज्य में अपनी नेतृत्व क्षमता को लेकर भाजपा में बढ़ते असंतोष को शांत करने के लिए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उनकी सरकार को कांग्रेस द्वारा संभावित अविश्वास प्रस्ताव और विधानसभा में विश्वास मत का सामना करना पड़ सकता था। भले ही कॉनराड संगमा की नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) ने समर्थन वापस ले लिया था फिर भी भाजपा के पास बहुमत के लिए पर्याप्त संख्याबल था लेकिन पार्टी के 12 विधायकों ने नेतृत्व परिवर्तन की मांग उठायी थी। यदि सदन में शक्ति परीक्षण होता तो इन असंतुष्ट विधायकों द्वारा पार्टी ह्विप का उल्लंघन करने की संभावना थी, जिससे सरकार को संकट का सामना करना पड़ सकता था।

दिल्ली में शाह और नड्डा से मिले
सिंह रविवार सुबह ही दिल्ली पहुंचे थे जहां उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस बैठक में राज्य की राजनीतिक स्थिति और संभावित विकल्पों पर चर्चा की गयी। भाजपा सूत्रों के अनुसार करीब 12 विधायक नेतृत्व परिवर्तन के लिए जोर दे रहे थे जबकि 6 विधायक तटस्थ रुख अपनाए हुए थे। इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के बीच मतभेद भी एक महत्वपूर्ण कारण बताया जा रहा है।

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