

कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को नवान्न में आयोजित बाजार मूल्य समीक्षा बैठक में राज्य की सीमाओं पर निगरानी और कड़ी करने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रशासन और पुलिस को सतर्क किया कि किसी भी हाल में कोई व्यक्ति हथियार लेकर राज्य में न घुस पाए। इस बैठक में राज्य के डीजीपी राजीव कुमार और एडीजी पश्चिमी रेंज सिद्धनाथ गुप्ता को विशेष रूप से सतर्क किया गया।
राज्य से आवश्यक वस्तुएं बाहर न जाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि युद्ध के महोल में पड़ोसी राज्यों से राज्य में अवैध हथियार लाने की आशंका है, इसलिए सभी सीमाओं पर सख्त निगरानी रखनी होगी। साथ ही, उन्होंने यह भी हिदायत दी कि राज्य से आवश्यक वस्तुएं बाहर न जाएं, जिससे राज्य में सामान्य जन जीवन पर असर न पड़े। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पूर्व में आपदा के समय प्रतिबंध के बावजूद रेलमार्ग से आलू भेजा गया था। इससे सबक लेते हुए रेलवे स्टेशनों पर भी निगरानी बढ़ाने को कहा गया है। बैठक के अंत में ममता बनर्जी ने फिर से सीमाओं की बात उठाते हुए कहा कि वर्तमान हालात में, जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल है, कोई भी व्यक्ति हथियार लेकर राज्य में न घुस सके, इसके लिए प्रशासन को पूरी तरह सतर्क रहना होगा।
मौजूदा हालात के मददेनज़र पूरे प्रशासनिक कुनबे को चेतावनी
दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को पाकिस्तान और नेपाल की सीमा से लगे 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता भी उस बैठक में मौजूद थीं। इसके बाद ममता ने गुरुवार को कहा, 'आपको लगता है कि कश्मीर को लेकर ऐसा होगा। अगर यहाँ कुछ हुआ तो!' बता दें कि मुख्यमंत्री की यह चेतावनी ऐसे समय में आयी है जब देश में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी है। विश्लेषकों के अनुसार, मौजूदा हालात के मददेनज़र मुख्यमंत्री पूरे प्रशासनिक कुनबे को भी चेतावनी दी।