रोबोटिक विचार नहीं, ज़रूरी मानवीय स्पर्श : ममता

KIFF के समापन पर मुख्यमंत्री ने दिया मानवता और सौहार्द का संदेश
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
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कोलकाता: 31वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (KIFF 2025) के समापन समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने भावनात्मक संबोधन से दर्शकों का दिल जीत लिया। उन्होंने कहा कि तकनीक और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के इस युग में मानवीय संवेदना को कभी भुलाया नहीं जा सकता। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा, रोबोटिक आइडिया मानसिक शांति नहीं दे सकते। हमें चाहिए मानवता, भावनाएँ और आपसी जुड़ाव। सिनेमा का असली उद्देश्य भी यही है — दिलों को जोड़ना, तोड़ना नहीं।

सात दिनों तक चली सिनेमा की इस भव्य यात्रा का समापन गुरुवार को शानदार तरीके से हुआ। वहीं समापन समारोह में एक खास क्षण तब आया जब मंच पर अचानक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहुंचीं और उपस्थित दर्शकों व अतिथियों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा, हम सबने मिलकर इस फिल्म महोत्सव को सफल बनाने के लिए बहुत मेहनत की है। आप सबके सहयोग से ही यह आयोजन संभव हुआ। लेकिन यह आखिरी बार नहीं — अगले साल भी आप सभी को इस महोत्सव में आना होगा, एक नये विज़न और मिशन के साथ।

उन्होंने बंगाल की प्रतिभा और प्राकृतिक सौंदर्य का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य में सिनेमा के लिए असीम संभावनाएँ हैं। उन्होंने कहा, हमारे यहाँ सुंदर गाँव, नदियाँ, जंगल, हिमालय और समुद्र तट सब कुछ हैं। अगर आप टॉलीवुड के साथ हाथ मिलाएँगे, तो हम दुनिया को बेहतरीन फिल्में दे सकते हैं। ममता ने एकता और भाईचारे का संदेश देते हुए कहा, पूरी दुनिया एक परिवार है। अलग-अलग देश, अलग-अलग रूप और रंग — यही हमारी संस्कृति की खूबसूरती है। हम विभाजन में नहीं, एकता और सौहार्द में विश्वास रखते हैं।

विदेशी मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, कोलकाता और बंगाल के लोग जितने मीठे हैं, उतने ही अतिथिपरायण भी। अगर किसी छोटी गलती से आपको असुविधा हुई हो, तो हम क्षमा चाहते हैं। समापन के अंत में उन्होंने आश्वासन दिया, अगले वर्ष हम इस फिल्म महोत्सव को और भी बड़े और रंगीन रूप में मनाएंगे।

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