

कोलकाता: विपक्ष ने बंगाल में स्वास्थ्य ढांचे को खस्ताहाल बताकर उसकी बार-बार आलोचना की है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी आलोचना के घेरे में लाया गया। गुरुवार को न्यूटाउन में एक निजी अस्पताल के शिलान्यास समारोह के दौरान सीएम ममता ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और कहा कि जिन लोगों ने उनकी आलोचना की, उन्हें अपशब्द कहे, उन्हें स्वास्थ्य क्षेत्र में सरकार के योगदान के बारे में शायद ही पता हो। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद से तृणमूल की सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में काफी प्रगति की है। अस्पताल को अपग्रेड किया गया है। मुख्यमंत्री ममता ने न्यूटाउन में 1,100 बिस्तरों वाले निजी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की आधारशिला रखते हुए कहा, बहुत लोग हमारी आलोचना करते हैं, ये वे लोग हैं जो हर समय नकारात्मकता पसंद करते हैं। उनका कहना है कि बीजीबीएस में कोई निवेश नहीं आता है, हालाँकि हमारा आवेदन और इरादा सिर्फ लोगों के लिए परियोजना को लाने का है। ममता ने कहा, हमारे राज्य ने स्वास्थ्य में क्रांति ला दी है। हमारी स्वास्थ्य साथी योजना से परिवारों को लाभ होता है। यह घर की महिला के नाम पर है और इस कार्ड पर कोई शर्त नहीं है। स्वास्थ्य क्षेत्र के इस हिस्से में हम अब तक 12 हजार करोड़ रुपये खर्च कर चुके हैं। आंकड़ों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने 14 साल में 14 नए मेडिकल कॉलेज बनाए हैं। 42 सुपर स्पेशलिटी अस्पताल हो गए हैं। क्रिटिकल केयर यूनिट भी बनाई गई है। 71 एसएनसीयू कराया है। गांवों में 13 हजार 392 स्वास्थ्य केंद्र बनाए गए हैं, अगले साल 12 हजार और बनाये जाएंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार मातृत्व स्वास्थ्य पर विशेष कार्रवाई कर रही है। कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पहले लोग अस्पताल नहीं जा पाते थे, उन सभी स्थानों पर 'मदर्स वेटिंग हब', 'मदर्स मिल्क बैंक' स्थापित किये गये हैं। ममता ने कहा कि कैसे उन्होंने इमामों और पुजारियों की मदद से पोलियो के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी। भारत को ब्लैकलिस्ट में डाल दिया गया था क्योंकि हावड़ा के डोमजूर में एक व्यक्ति को पोलियो था। मैंने सोचा, अगर सभी को पोलियो देना है, तो हमें सभी लोगों का विश्वास हासिल करना होगा। फिर मैंने पुजारियों से लेकर इमामों तक सभी से मदद मांगी और इसमें सफल रही।