अतिवृष्टि से ढहे घरों का पुनर्निर्माण करेगी सरकार : ममता

जिलाधिकारियों को सूची भेजने का आदेश
राज्य सरकार इस वर्ष की भारी बारिश में ढहे कच्चे मकानों का पुनर्निर्माण करेगी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
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बर्दवान : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को घोषणा की कि राज्य सरकार इस वर्ष की भारी बारिश में ढहे कच्चे मकानों का पुनर्निर्माण करेगी। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रभावित घरों की सूची बनाकर मुख्य सचिव को भेजी जाए, ताकि पीड़ितों को शीघ्र राहत मिल सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक 47 लाख घर बनाए गए और 12 लाख कच्चे घर पक्के घरों में बदले गए हैं। शेष 16 लाख घरों के लिए दिसंबर और जून में राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा, 'हम घर बनवाएंगे, सभी कच्चे घर पक्के किए जाएंगे। केंद्र ने मनरेगा, ग्रामीण सड़क योजना और जल स्वप्न जैसी योजनाओं की राशि रोक दी है, लेकिन हम अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेंगे।'

मंगलवार को बर्दवान से ममता ने किसानों को बधाई देते हुए बताया कि पश्चिम बंगाल देश में धान उत्पादन में पहले स्थान पर है। उन्होंने ‘कर्मश्री परियोजना’ का उल्लेख करते हुए कहा कि 78 लाख लोगों को जॉब कार्ड दिए गए और राज्य सरकार ने अपने कोष से 91 करोड़ कार्य दिवस सृजित किए।

बांग्लाभाषियों पर बढ़ते उत्पीड़न पर चिंता जताते हुए ममता ने कहा कि देशभर में 22 लाख बंगाली प्रवासी श्रमिक काम कर रहे हैं, जिन्हें कई राज्यों में उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि गुजरात, मुंबई, गुरुग्राम में हमारे श्रमिकों को सताया जा रहा है। क्या बंगाल के लोगों को आप इंसान नहीं मानते? इसके समाधान के लिए उन्होंने ‘श्रमश्री योजना’ की घोषणा की।

इसके तहत घर लौटने वाले प्रवासी श्रमिकों को यात्रा खर्च के लिए तथा एक वर्ष तक हर महीने 5,000 रुपये दिए जाएंगे। साथ ही स्वास्थ्यसाथी, खाद्यसाथी और बच्चों की शिक्षा का खर्च सरकार उठाएगी। ममता ने बताया कि उनकी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में 76 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 78 प्रतिशत घरों तक पेयजल पहुंचाया है, जिस पर 38,000 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। आगे इसके लिए और 65,000 करोड़ रुपये की जरूरत है। अंत में उन्होंने कहा कि बंगाल की योजनाओं ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनायी है। हम जितने दिन जिंदा हैं, बंगाल के भविष्य को नष्ट नहीं होने देंगे।

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